London Clash: लंदन की सड़कों पर भारत और पाकिस्तान के नागरिकों के बीच टकराव की खबरें कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन इस बार मामला स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सामने आया।
ब्रिटेन की राजधानी में भारतीय समुदाय जब तिरंगा लेकर आजादी का जश्न मना रहा था, तभी वहां मौजूद पाकिस्तानियों ने बाधा डालने की कोशिश की।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भारतीय युवतियां अपने दोस्तों के साथ खुशी से स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रही थीं और हाथों में तिरंगा लहराते हुए हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रही थीं।
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London Clash: पाकिस्तानियों ने लड़कियों को किया परेशान
इसी बीच कुछ पाकिस्तानी युवक वहां पहुंचे और उन्होंने भारतीयों को परेशान करना शुरू कर दिया। उन्होंने न केवल बहसबाजी की बल्कि तिरंगा छीनने की भी कोशिश की।
स्थिति तनावपूर्ण होती दिखी, मगर भारतीय मुस्लिम लड़कियों ने पूरे आत्मविश्वास और साहस के साथ जवाब दिया। उन्होंने पाकिस्तानियों को डटकर मुकाबला किया और वापस जाने पर मजबूर कर दिया।
युवतियों के इस साहसिक कदम का वीडियो तेजी से वायरल हो गया और सोशल मीडिया पर लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं। कई यूजर्स ने लिखा कि यह तस्वीर भारतीय एकता और साहस की झलक दिखाती है।
पुलिस ने कराया मामला शांत
यह कोई पहला मौका नहीं है जब लंदन की सड़कों पर भारत और पाकिस्तान के लोगों के बीच ऐसी झड़प देखने को मिली हो। इससे पहले भी कई मौकों पर दोनों देशों के समर्थकों में भिड़ंत हो चुकी है।
हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी लंदन में भारतीय और पाकिस्तानी नागरिक आमने-सामने आ चुके थे। दोनों पक्ष अपनी-अपनी सरकारों के समर्थन में प्रदर्शन करते हैं, और अक्सर यह प्रदर्शन टकराव का रूप ले लेते हैं।
कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि स्थानीय पुलिस को दखल देकर मामला शांत कराना पड़ता है।
भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस में महज एक दिन का अंतर
जानकारी के लिए बता दें कि भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस में महज एक दिन का अंतर है। पाकिस्तान हर साल 14 अगस्त को और भारत 15 अगस्त को आजादी का पर्व मनाता है।
ऐसे में ब्रिटेन जैसे देशों में जहां दोनों देशों के नागरिक बड़ी संख्या में रहते हैं, वहां अक्सर इन तारीखों के आसपास तनाव बढ़ जाता है। फिर भी इस बार भारतीय युवतियों ने जिस तरह से साहस दिखाया,
उसने न केवल भारतीय समुदाय को गर्व का एहसास कराया है बल्कि यह भी साबित किया है कि तिरंगे के सम्मान की रक्षा हर भारतीय के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।