Loksabha Election Results 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की तस्वीर साफ हो चुकी है। एनडीए को लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने का जनादेश मिल चुका है। रुझानों/नतीजों में एनडीए को 293 सीटें मिली हैं, जबकि इंडी अलायंस को 232 सीटें मिली हैं। अन्य के खाते में 18 सीटें हैं।
मजे की बात यह है कि सत्ता के लिए जनदेश एनडीए को मिला है, फिर भी इंडी गठबंधन के दल सत्ता का ख्वाब संजो रहे हैं। इसके लिए बाकायदा एनडीए के साथी घटक दलों को तोड़ने का प्रयास भी शुरू हो चुका है। एक तरफ नीतिश कुमार को उप प्रधानमंत्री पद का लालच दिया जा रहा है तो दूसरी ओर चंद्रबाबू नायडू को भी लालच दिए जा रहे हैं। हालांकि दोनों ने ही एनडीए के साथ रहने की घोषणा की है।
नीतीश को उप-प्रधानमंत्री बनाने का ऑफर
सरकार बनने में जेडीयू महत्वपूर्ण भूमिका में है। इस बीच सूत्रों के मुताबिक इंडी गठबंधन ने नीतीश कुमार को उप-प्रधानमंत्री बनाने का ऑफर दिया है। इससे पहले सूत्रों के मुताबिक ही शरद पवार ने भी नीतीश कुमार से बात की। हालांकि, जेडीयू की ओर से ये कहा गया है वह एनडीए का ही हिस्सा रहेगी। बता दें एनडीए से गठबंधन से पहले नीतीश कुमार ने ही विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए बैठकें शुरू की थी, लेकिन बाद में उन्होंने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था। उधर इंडी गठबंधन की ओर से चंद्रबाबू नायडू को भी लालच दिए जा रहे हैं।
हार कर भी कांग्रेस बोली, पीएम मोदी दें इस्तीफा
सौ सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं करने वाली कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने के लिए कहा है। कांग्रेस ने कहा कि लोकसभा चुनाव के अब तक के रुझानों से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नैतिक हार होने जा रही है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “अब सभी 543 सीटों के रुझान आ गए हैं। दो चीजें बिल्कुल स्पष्ट हैं। पहली यह कि यह नरेन्द्र मोदी के लिए एक चौंकाने वाली राजनीतिक और निर्णायक नैतिक हार होगी।”
खड़गे ने कहा, यह मैनडेट मोदी के खिलाफ
नतीजों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, “आज जो देश में चुनाव के रिजल्ट आए हैं ये जनता का रिजल्ट है। यह मैनडेट मोदी के खिलाफ है। कायदे से यह मोदी की नैतिक हार है।’ खरगे ने कहा कि हमने महंगाई, रोज़गार जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ा। प्रधानमंत्री ने जिस तरह से कैंपेन किया, वह लंबे समय तक याद किया जाएगा। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा सफल रही. प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता के बीच झूठ फैलाया।”