Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने की आज 95वीं बर्थ एनिवर्सरी है। लता मंगेशकर 30 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गाने गाए थे। उनके नाम सबसे ज्यादा गाना गाने का रिकार्ड है। मंगेशकर ने जिंदगी में बहुत दुख सके। खेलने-कूदने की उम्र में वह परिवार की जिम्मेदारी संभालने लगी थीं। घर-परिवार की जिम्मेदारियों के कारण वह कभी अपना घर भी नहीं बसा पाईं। वहीं, जब लता मंगेशकर ने गाना शुरू किया तो चाचा ने ताने मारने शुरू कर दिए थे कि ये पूरे खानदान का नाम मिट्टी में मिला देगी, लेकिन उनके करियर और निजी जिंदगी को लेकर पिता ने ऐसी भविष्यवाणी की थी, जो सच हुई। लता मंगेशकर की 95वीं बर्थ एनिवर्सरी पर उनके कुछ ऐसे ही किस्से बता रहे हैं।
Lata Mangeshkar: 5 साल की उम्र में पिता के साथ किया काम
लता मंगेशकर पिता दीनानाथ मंगेशकर एक मराठी और कोंकणी सिंगर थे। लता ने 5 साल की उम्र से ही पिता के साथ काम करना शुरू कर दिया था। वह उनके म्यूजिकल नाटकों में काम करतीं। पर जब 13 साल की हुईं तो पिता का निधन हो गया और ऐसे में पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई।
लता एक दिन बड़ी सिंगर बनेंगी
दीनानाथ मंगेशकर बेटी लता पर बड़ा गर्व करते थे। वह सिंगर ही नहीं, बल्कि महान ज्योतिषी भी थे। उन्होंने लता को लेकर दो भविष्यवाणियां की थीं। पहली तो ये कि लता कभी शादी नहीं करेंगी। वह हमेशा सिंगल ही रहेंगी। और दूसरी भविष्यवाणी ये कि लता एक दिन बड़ी सिंगर बनेंगी। और ये दोनों ही भविष्यवाणियां सच साबित हुईं।
राशन की दुकान से खरीदती थी साड़ी
लता मंगेशकर और उनके परिवार पर जब घोर आर्थिक तंगी का साया था, तो वह राशन की दुकान पर मिलने वाली साड़ियां पहनती थीं। इस बारे में लता ने अपनी किताब ‘सुर गाथा’ में बताया था। लता ने कहा था कि जब घर के हालात ठीक नहीं थे और उनके पास कपड़े खरीदने के पैसे नहीं थे, तो इसलिए राशन की दुकान पर मिलने वाली साड़ियां पहनती थीं। उस वक्त एक साड़ी 12 रुपये की मिलती थी।