Govind Singh Dotasara’s threat: राजस्थान के कोटा शहर में नीट पेपर लीक समेत बिजली-पानी की समस्या और अन्य विभिन्न मुद्दों को लेकर कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान डोटासरा ने अपने संबोधन में सीनियर IPS ऑफिसर कोटा आईजी के खिलाफ धमकी वाले अंदाज में नसीहत दे डाली। डोटासरा ने उन्हें सुधरने की नसीहत देते हुए घुटनों के बल चलवाने की धमकी दे डाली। डोटासरा ने कहा कि आईजी रवि दत्त गौड़ अपनी आदत से बाज आ जाएं, अगर कांग्रेस कार्यकर्ता आपके पीछे लग गए तो, सीएम भजनलाल और ओम बिरला भी उन्हें नहीं बचा पाएंगे।
‘घुटनों के बल नहीं चलवाया तो मेरा नाम नहीं’
डोटासरा ने कहा कि मिस्टर रवि दत्त गौड़ आपकी नौकरी में झोड़ पड़ जाएगा। कांग्रेस का कार्यकर्ता आपकी नौकरी के पूरे काले चिट्ठे पटल पर रख देगा। पीसीसी चीफ ने यहां तक कह दिया कि क़ानून के मुताबिक़ काम करिए वरना ख़ैर नहीं होगी। अपने आपको संभाल लो वरना कांग्रेस का कार्यकर्ता जीना हराम कर देगा। कांग्रेस के कार्यकर्ता ED-CBI और पुलिस की कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। जितने जुर्म करने हैं उतने कर लेना, अगर तुम्हें घुटनों के बल नहीं चलवा दिया तो मेरा नाम भी गोविंद सिंह डोटासरा नहीं है।
‘कोटा आईजी कर रहे भाजपा एजेंट की तरह काम’
गोविंद डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर निशान चाहते हुए कहा कि सरकार में ब्यूरोक्रेसी हावी हो रही है। कोटा रेंज के आईजी पर भी उन्होंने भाजपा के एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आईजी को अपने पद की गरिमा में रहते हुए अपनी नौकरी करनी चाहिए। कहा, भाजपा के इशारे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ वह जो काम कर रहे हैं वह बर्दाश्त के काबिल नहीं है, इसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ेगा।
शिक्षा मंत्री दिलावर को दी चुनौती
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। ऐसे में गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनकी पुलिस और उनमें दम है तो मुझे गिरफ्तार करके दिखाएं। मैं उनके इलाके में आया हूं यहां पुलिस भी उनकी है और आईजी भी उनके इशारे पर काम कर रहा है। दिलावर के आदिवासियों को लेकर दिए गए बयान को उन्होंने शर्मनाक बताते हुए कहा कि आदिवासियों को लेकर दिए गए ऐसे निंदनीय बयान से साफ जाहिर होती है कि आरएसएस और बीजेपी की सोच क्या है?