प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में कार्यरत एक महिला डॉक्टर ने अपने ही संस्थान के डॉक्टर रमीज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी डॉक्टर ने खुद को कुंआरा बताकर उससे नजदीकियां बढ़ाईं और लंबे समय तक सच्चाई छुपाकर उसे भावनात्मक रूप से फंसाए रखा।
पत्नी से मुलाकात के बाद खुला राज
महिला डॉक्टर के मुताबिक सितंबर महीने में उसकी मुलाकात ठाकुरगंज स्थित बतूल प्लाजा के सामने मानसी सक्सेना नाम की महिला से हुई। बातचीत के दौरान मानसी ने खुद को डॉ. रमीज की पत्नी बताया। यहीं से पीड़िता को यह एहसास हुआ कि जिससे वह शादी की उम्मीद लगाए बैठी थी, वह पहले से शादीशुदा है।
फरवरी 2025 में निकाह का दावा
मानसी सक्सेना ने पीड़िता को बताया कि डॉ. रमीज ने उसका धर्म परिवर्तन कराकर फरवरी 2025 में उससे निकाह किया था। हालांकि जब महिला डॉक्टर ने इस बारे में सीधे आरोपी से सवाल किया तो उसने शादी से साफ इनकार कर दिया और भरोसा दिलाया कि वह उसी से विवाह करेगा।
दो महिलाओं से समानांतर संपर्क
पीड़िता का आरोप है कि एक तरफ रमीज उसे शादी का भरोसा देता रहा, वहीं दूसरी तरफ वह मानसी के भी लगातार संपर्क में था। इस दोहरे रवैये ने महिला डॉक्टर को मानसिक रूप से गहरे तनाव में डाल दिया।
शादी के बदले धर्म परिवर्तन की शर्त
अक्टूबर महीने में जब पीड़िता ने रमीज से शादी की बात दोबारा उठाई तो उसने साफ कहा कि विवाह तभी संभव है जब वह धर्म परिवर्तन करे। महिला डॉक्टर ने इसका विरोध किया, जिसके बाद रिश्ते में कड़वाहट बढ़ती चली गई।
आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी
पीड़िता का कहना है कि दूरी बनाने के बाद आरोपी ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। उसने कथित तौर पर आपत्तिजनक फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी दी और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया।
आत्महत्या की कोशिश, ट्रॉमा सेंटर में भर्ती
लगातार मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर महिला डॉक्टर ने 17 दिसंबर को कई गोलियां खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। हालत बिगड़ने पर उसे KGMU के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
मामला बना संस्थान और समाज में चर्चा का विषय
KGMU जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से जुड़ा यह मामला अब केवल व्यक्तिगत विवाद नहीं रह गया है, बल्कि लव जिहाद, जबरन धर्म परिवर्तन और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर व्यापक बहस का कारण बन गया है।

