Kedarnath: गढ़वाल हिमालय की खूबसूरत वादियों में स्थित केदारनाथ मंदिर छह महीने के अंतराल के बाद 2 मई 2025 को सुबह 7 बजे भक्तों के लिए पुनः खुलने वाला है। यह मंदिर चार धाम यात्रा का एक प्रमुख हिस्सा है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र धाम के दर्शन के लिए आते हैं।
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Kedarnath: महाशिवरात्रि पर तय हुई तिथि
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने पुष्टि की है कि मंदिर के कपाट 2 मई को खुलेंगे। यह तिथि महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में पारंपरिक पूजा-अर्चना के बाद तय की गई। सर्दियों के दौरान भगवान केदारनाथ की पूजा उखीमठ में ही होती है।
केदारनाथ में 3 फीट जमी बर्फ
फिलहाल केदारनाथ धाम में 3 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है और लगातार बर्फबारी जारी है, जिससे मौसम बेहद ठंडा बना हुआ है। बादल छाए रहने के कारण बर्फबारी में कमी नहीं आ रही, जिससे चारधाम यात्रा की तैयारियों पर संदेह बना हुआ है। केदारनाथ यात्रा में 16 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई शामिल होती है, इसलिए यात्रियों को शारीरिक रूप से तैयार रहना जरूरी है। ट्रैकिंग के लिए अच्छे और मजबूत जूते पहनने चाहिए। साथ ही, ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी महसूस हो सकती है इसलिए यात्रा के दौरान धीमी गति से आगे बढ़ना लाभकारी होगा।
यात्रा से पहले करें रजिस्ट्रेशन
केदारनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले पंजीकरण कराना आवश्यक है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर पूरी की जा सकती है। इसके लिए आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। ट्रैवल एजेंसियों की मदद से भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। यदि आप केदारनाथ यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो समय से पहले रजिस्ट्रेशन कर लें और अपनी शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दें ताकि यात्रा में कोई परेशानी न हो। आप केदारनाथ जाने का सोच रहे हैं तो रास्ते में आपको प्राकृतिक के बहुत ही खूबसूरत नजारे दिखाई देंगे। जिसमें खूबसूरत झरने, सुंदर वादियां और नेचर का एक अलग ही एहसास मिलेगा। जो आपकी भाग दौड़ भरी जिंदगी में सुकून का एहसास करायेगा।
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