Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हिंदुओं के नरसंहार के बाद अब प्रशासन ने नाम बदल कर कारोबार कर रहे बहुरूपियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम मे जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माँ वैष्णो देवी मंदिर यात्रा मार्ग पर 2 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
ये दोनों अवैध तौर पर घोड़ों से लोगों को ढोने का काम कर रहे थे। इसमें से एक ने तो हिन्दू नाम भी रखा हुआ था। दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अब आगे उनकी संदिग्ध गतिविधियों को लेकर जांच की जाएगी।
पूरन सिंह निकला मनीर हुसैन
पहला मामला मनीर हुसैन से जुड़ा हुआ है। माँ वैष्णो देवी मंदिर यात्रा मार्ग पर श्री गीता माता मंदिर के पास पुलिस की नियमित गश्त के दौरान एक व्यक्ति को रोका गया। उस संदिग्ध ने खुद को पूरन सिंह बताया। हालाँकि पुलिस को उसकी पहचान पर शक हुआ। जब गहराई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना असली नाम मनीर हुसैन बताया।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि मनीर हुसैन पर्यटकों को अवैध तौर पर घोड़े से ढोता था। कटरा थाना पुलिस ने मनीर हुसैन के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने और गैरकानूनी गतिविधियों के मामले में एफआईआर दर्ज की है।
साहिल के पास नहीं मिला वैध दस्तावेज
दूसरा मामला साहिल खान से जुड़ा हुआ है। यह घटना बाण गंगा पुल के पास की है। पुलिस ने वहां एक युवक को पोनी सेवा (घोडा सवारी) देते हुए देखा। जब उससे लाइसेंस के बारे में पूछा गया, तो वह कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सका।
युवक ने अपना नाम साहिल खान बताया और स्वीकार किया कि उसके पास कोई वैध लाइसेंस नहीं है। वह जम्मू जिले के कोटली इलाके का निवासी है और बिना अनुमति के पोनी सेवा दे रहा था। पुलिस ने इस मामले में भी आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस ने निगरानी और जांच की कड़ी
दोनों घटनाओं के बाद पुलिस ने वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर अपनी निगरानी और जांच को और कड़ा कर दिया है। पुलिस ने सभी पोनी सेवा प्रदाताओं से अपील की है कि वे हमेशा अपने पास वैध दस्तावेज रखें और किसी भी फर्जी दस्तावेज का उपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही, पुलिस ने आम लोगों और श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति का पता चले, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।