Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में मंगलवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को दुख और सदमे में डाल दिया। यह हादसा डोडा-भर्थ सड़क मार्ग पर पोंडा के पास उस समय हुआ जब एक टेंपो ट्रैवलर वाहन अचानक अनियंत्रित होकर एक गहरी खाई में जा गिरा।
वाहन में कुल 22 लोग सवार थे। हादसा इतना भयंकर था कि पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 17 अन्य लोग घायल हो गए।
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Jammu-Kashmir: मोड़ पर हुई दुर्घटना
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक यह दुर्घटना एक तीखे मोड़ पर हुई, जब चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण सबसे पहले मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। उन्होंने घायलों को खाई से निकालने में मदद की।
कुछ ही देर में पुलिस और सुरक्षाबलों की टीमें भी मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इनमें से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनमें एक पांच साल की बच्ची उज्मा भी शामिल है। उज्मा की हालत चिंताजनक बनी हुई है, जिसे बेहतर इलाज के लिए जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
डोडा जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन ने एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम को मौके पर रवाना किया और तुरंत राहत कार्यों को गति दी। घायलों का इलाज डोडा जिला अस्पताल में चल रहा है,
जहां डॉक्टर लगातार उनकी निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
इस दुखद दुर्घटना पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
उपराज्यपाल ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए और परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाए।
राहत बचाव कार्य जारी
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी हादसे पर दुख जताया और बताया कि वह लगातार डोडा के डिप्टी कमिश्नर से संपर्क में हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार की ओर से भी सभी जरूरी मदद दी जा रही है और घायलों की हरसंभव सहायता की जाएगी।
यह हादसा पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े करता है, जहां मोड़ पर वाहनों की तेज गति और सुरक्षा मानकों की अनदेखी अक्सर बड़े हादसों की वजह बनती है।