जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 65 किलोमीटर दूर मनोहरपुर इलाके में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया।
मजदूरों को लेकर जा रही एक प्राइवेट बस अचानक आग की लपटों में घिर गई। चश्मदीदों के मुताबिक, बस जैसे ही एक ऊंचे बिजली के तार (हाईटेंशन लाइन) के नीचे से गुज़री,
वैसे ही करंट ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया। कुछ ही सेकंड में बस में आग भड़क उठी, और देखते ही देखते वह जलकर राख बन गई।
इस भयावह हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 से अधिक मजदूर बुरी तरह झुलस गए हैं।
घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और कई की हालत नाज़ुक बताई जा रही है।
जयपुर: सिलेंडर में हुआ ब्लास्ट
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस में 5 से 6 गैस सिलेंडर भी रखे हुए थे। जैसे ही बिजली का झटका लगा और आग फैली, वैसे ही उन सिलेंडरों में एक के बाद एक धमाके होने लगे।
सिलेंडर ब्लास्ट से आग ने इतनी भीषण शक्ल ले ली कि कुछ ही मिनटों में पूरी बस राख में बदल गई। मौके पर अफरातफरी मच गई।
राहगीरों और स्थानीय लोगों ने किसी तरह दरवाज़े और खिड़कियां तोड़कर कई मजदूरों को बाहर निकाला, लेकिन अंदर बैठे कुछ लोग तब तक गंभीर रूप से जल चुके थे।
मनोहरपुर थाना पुलिस और दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। कई दमकल वाहनों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है और घायलों को जयपुर और शाहपुरा के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है।
हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बस का ढांचा पूरी तरह पिघल गया और केवल धातु का ढांचा बाकी रह गया।
भजनलाल ने जताया दुख
इस घटना ने राज्य सरकार और विपक्ष दोनों को हिला दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर हादसे पर गहरा दुख जताया।
उन्होंने लिखा, “जयपुर के मनोहरपुर में हुई बस दुर्घटना में जनहानि का समाचार अत्यंत दुखद है। संबंधित अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देशित किया गया है।
प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को हरसंभव चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई जाए और मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दी जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “जयपुर के मनोहरपुर में श्रमिकों से भरी बस के हाईटेंशन लाइन छूने से आग लगने से दो व्यक्तियों की मृत्यु और कई अन्य के घायल होने का समाचार दुखद है।
राजस्थान में जिस प्रकार से आए दिन हादसे हो रहे हैं, यह अत्यंत चिंताजनक है। शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”
वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, “जयपुर के मनोहरपुर क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक स्लीपर बस में आग लगने से हुआ हादसा अत्यंत दुखद है।
इस हादसे में दो मजदूरों की मृत्यु और कई लोगों के गंभीर रूप से झुलसने की सूचना मिली है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दें।”
हाईटेंशन लाइन बस से टकराई
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बस शाहपुरा के टोडी स्थित एक ईंट भट्टे से मजदूरों को लेकर आ रही थी।
जब बस मनोहरपुर के पास पहुंची, तब उसके ऊपर लटक रही हाईटेंशन लाइन बस की छत से टकरा गई।
बिजली का झटका इतना तीव्र था कि पूरी बस में एक साथ करंट फैल गया। ड्राइवर ने वाहन रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक करंट और चिंगारियां फैल चुकी थीं।
इसके कुछ ही पलों बाद बस में आग भड़क उठी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। कई लोग मदद के लिए दौड़े और पास के टैंकरों से पानी डालने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि कोई पास नहीं जा पा रहा था।
बाद में पुलिस और दमकल दल ने ग्रामीणों की मदद से बस की खिड़कियां तोड़कर अंदर फंसे मजदूरों को बाहर निकाला।
झुलसे हुए मजदूरों को तुरंत एम्बुलेंस से पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जयपुर रेफर किया गया।
यह हादसा एक बार फिर राजस्थान में सुरक्षा मानकों और परिवहन नियमों पर सवाल खड़े करता है।
ग्रामीण इलाकों में अक्सर हाईटेंशन तार सड़कों के बेहद करीब से गुजरते हैं, और ऐसे में बड़ी ऊंचाई वाले वाहन इनकी चपेट में आ जाते हैं।
इससे पहले भी इसी तरह के कई हादसे राज्य के अलग-अलग जिलों में हो चुके हैं, लेकिन बिजली विभाग और परिवहन प्रशासन की लापरवाही जस की तस बनी हुई है।

