Israeli-Gaza: इज़रायल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि उसकी सुरक्षा से बड़ा कोई नैरेटिव नहीं है न मानवता का, न सहानुभूति का, न ही कथित ‘राहत अभियानों’ का।
7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा की गई बर्बर कार्रवाई के बाद जो कुछ हुआ, वह इज़रायल की पूरी सुरक्षा नीति का पुनर्लेखन था।
ग़ाज़ा अब सिर्फ एक विवादित इलाका नहीं, बल्कि इज़रायल के लिए आतंकी लॉन्चपैड की तरह देखा जा रहा है। और इज़रायल ने फैसला कर लिया है कि अब सुरक्षा समझौता नहीं, सीधा नियंत्रण होगा।
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Israeli-Gaza: गाजा की सीमा सील
ग़ाज़ा की सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है। कोई भी राहत सामग्री चाहे वो संयुक्त राष्ट्र भेजे या किसी ‘फ्रीडम कोएलिशन’ का प्राइवेट ग्रुप इज़रायल की अनुमति के बिना ग़ाज़ा तक नहीं पहुंच सकती।
खाने-पीने की वस्तुएं, दवाइयाँ और यहां तक कि मानवीय मिशन की आड़ में होने वाली मीडिया स्टंटबाज़ी भी अब इज़रायली रेडार पर है। कारण स्पष्ट है हमास ने एकतरफा युद्ध छेड़ा, और अब इज़रायल ने सुरक्षा की भाषा में जवाब देना शुरू कर दिया है।
ग्रेटा थनबर्ग का एजेंडा एक्सपोज़
इस कड़ी में एक नाम सामने आया ग्रेटा थनबर्ग। खुद को जलवायु कार्यकर्ता कहने वाली यह युवती पिछले कुछ सालों में जितनी सुर्खियों में जलवायु के कारण नहीं रही, उससे कहीं ज़्यादा बार वह भ्रामक राजनीतिक मुद्दों में टांग अड़ाने के लिए चर्चा में आई है।
अब वो राहत सामग्री लेकर ग़ाज़ा रवाना हुईं। लेकिन इज़रायल की नौसेना ने उसे रोककर यह साफ कर दिया कि राहत की आड़ में सहानुभूति की राजनीति नहीं चलेगी।
ग्रेटा जिस जहाज़ से रवाना हुईं, उसमें कौन-कौन था, क्या एजेंडा था, और उसके फंडिंग स्रोत क्या थे इन सब पर इज़रायल की खुफिया एजेंसियों की नज़र पहले से थी। जैसे ही जहाज़ अशदोद के पास पहुँचा।
उसे जब्त कर लिया गया और ग्रेटा को वापस फ्रांस रवाना कर दिया गया। वो भी विमान की आख़िरी सीट पर बैठाकर। ये संदेश था उन सभी के लिए जो इज़रायल की सीमा पर ‘मानवता’ के नाम पर घुसपैठ की कोशिश करते हैं।
सच्चाई देखने की हिम्मत नहीं
इज़रायल के रक्षा मंत्री योआव काट्ज़ ने ग्रेटा थनबर्ग और उनके साथियों को हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए नरसंहार की वीडियो दिखाई। लेकिन कुछ मिनट बाद ही ग्रेटा ने वीडियो देखने से मना कर दिया।
काट्ज़ ने तीखा व्यंग्य किया “जब आतंकियों का सच सामने रखा गया, तो इनकी आँखें झुक गईं। ये लोग सिर्फ वही देखते हैं जो उनके एजेंडे को सूट करता है, बाकी सच्चाई इनके लिए ‘अनकंफर्टेबल’ हो जाती है।”
इज़रायल की नीति अब बचाव नहीं, नियंत्रण है
इज़रायल अब सिर्फ मिसाइलों का जवाब मिसाइलों से नहीं दे रहा, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी अपनी सीमाओं की परिभाषा तय कर रहा है। गृह मंत्री मोशे अर्बेल ने स्पष्ट कहा “इज़रायल अपनी सरहदों पर विरोध प्रदर्शन या किसी बाहरी प्रभाव को अनुमति नहीं देगा, चाहे वो किसी भी रूप में हो।”
जो भी देश, संगठन या कार्यकर्ता ग़ाज़ा में एंट्री चाहते हैं, उन्हें पहले यह सिद्ध करना होगा कि वे राजनीतिक मकसद से प्रेरित नहीं हैं। ग़ाज़ा फिलहाल इज़रायल के लिए एक ‘वॉर ज़ोन’ है, और युद्ध क्षेत्र में कोई राहत तब तक नहीं भेजी जा सकती, जब तक वह इज़रायल की सुरक्षा रणनीति के तहत न हो।
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