India-Pakistan attacks: भारत के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि पाकिस्तान ने चीन के एयर टू एयर मिसाइस PL-15 का इस्तेमाल किया था, लेकिन ये मिसाइल अपना टारगेट मिस कर गया। उन्होंने कहा कि आप तस्वीर में इस मिसाइल के टुकड़ों को देख सकते हैं। ये अब हमारे पास हैं। उन्होंने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के एयर डिफेंस सिस्टम के कई लेयर दीवार की तरह खड़े रहे। इसे पाकिस्तान के लिए भेदना नामुमकिन था। भारती ने कहा कि जंग में अपनी ताकत दिखा चुके हमारे इन सिस्टम ने पाकिस्तानी आक्रमण सामने से टक्कर दी और दुश्मन के हथियारों को ढेर कर दिया। इसके अलावा अगर जरूरत पड़ती है तो हमारे ये उपकरण भविष्य की किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
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हमने तुर्की में बने munitions को मार गिराया
डीजी एयर ऑपरेशन एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि हमने Loiter munitions और Unmanned aerial system के बारे में चर्चा की है। हमने इन munitions को मार कर गिरा दिया है। आप इनकी तस्वीरें देख सकते हैं। एक तस्वीर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ये YIHA सिस्टम है और ये तुर्की में बना है। लेकिन इसे हमने मार गिराया है। एयर मार्शल एके भारती क्वैडकॉप्टर और दूसरे पाकिस्तानी हथियारों को दिखाते हुए कहा कि इन सबको हमने मार गिराया है।
पाकिस्तान के आधुनिक ड्रोन-मिसाइलों को भी गिराया
डीजी एयर ऑपरेशन एके भारती ने भविष्य के लिए पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि हमारे सभी सैन्य अड्डे, हमारी सभी प्रणालियां पूरी तरह से ऑपरेशन बनी हुई हैं तथा आवश्यकता पड़ने पर भविष्य में किसी भी मिशन को पूरा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमारी नई प्रणालियों के बारे में बहुत कुछ कहा जा चुका है, लिखा जा चुका है, लेकिन हमारी पुरानी प्रणालियों ने भी शानदार काम किया है। हमारे इन सिस्टम ने पाकिस्तान मॉर्डन जेनेरेशन ड्रोन और मिसाइलों को भी गिरा दिया है।
पाक हमारे एयर डिफेंस ग्रिड सिस्टम को भेद नहीं पाया
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमारा एयर डिफेंस सिस्टम तैयार था। पाकिस्तान हमारे एयर डिफेंस ग्रिड सिस्टम को भेद नहीं पाया। राजीव घई ने कहा कि आतंकी घटनाओं के तौर-तरीकों में बदलाव आ रहा है। हमारी मिलिट्री के साथ-साथ हमारे मासूम नागरिक जो अपना बचाव नहीं कर पा रहे थे, उन पर भी हमले हो रहे थे। 2024 में जम्मू में शिवखोरी मंदिर जाते हुए तीर्थयात्रियों पर हमले और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटकों पर हमला इस खतरनाक ट्रेंड के विशेष उदाहरण हैं।
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