Canada Border: कनाडा और अमेरिका की सीमा पर भारतीय प्रवासियों की अवैध घुसपैठ में हाल के वर्षों में तेज़ी आई है। लोग बेहतर रोजगार और अच्छे जीवन के तलाश में कनाडा से अमेरिका अवैध तरीके से प्रवेश करने के साथ ही जोखिम उठाने को मजबूर है। यह आंकड़े सिर्फ पकड़े गए प्रवासियों के है और जो लोग अवैध रूप से प्रवेश अमेरिका में प्रवेश किये है उनकी संख्या ही नही है। कनाडा के रास्ते अमेरिका में अवैध प्रवासियों के मामले में भारत लैटिन अमेरिका और कैरेबियन के बाद दूसरे स्थान पर है। पकड़े गए अधिकांश भारतीय पंजाब से हैं।
Canada Border: अमेरिकी वर्कफोर्स में हर साल 5 लाख लोगों की पड़ती है जरूरत
बता दें कि बाइडेन प्रशासन की ओपन-बॉर्डर नीतियां भी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही हैं। जिसका फायदा मानव तस्करी नेटवर्क बखूबी उठा रहा हैं। जोकि प्रवासियों को SAFE रास्ते और आसान प्रवेश का झांसा देते हैं। कनाडा सीमा से अमेरिका में घुसने के बाद भारतीय यहां के वर्क फोर्स में आसानी से घुलमिल जाते हैं। अमेरिकी वर्कफोर्स में हर साल 5 लाख से ज्यादा लोगों की आश्वयकता होती है।
कनाडा वीसा के लिए औसत समय 76 दिन
कनाडा के रास्ते अमेरिका जाने की बढ़ती घटनाओं के पीछे कई वजहें हैं। वाशिंगटन स्थित निस्कैनन सेंटर ने इसकी मुख्य वजह कनाडा की सुलभ वीसा प्रक्रिया को बताया है। सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार कनाडा के वीसा के लिए औसत समय 76 दिन है, जबकि अमेरिका के लिए यह लगभग एक साल है। इसके अलावा अमेरिका की तुलना में कनाडा का छात्र वीसा प्राप्त करना भी काफी आसान है। विशेषज्ञ रसेल ए स्टैमेट्स के अनुसार कई भारतीय छात्र और वर्क वीसा धारक पहले कनाडा पहुंचते हैं और वहां से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश करते हैं। खासतौर पर पंजाब से आने वाले लोग बेहतर रोजगार और जीवन की तलाश में यह जोखिम उठाते हैं। सुलभ प्रक्रियाएं और आर्थिक अवसरों की चाह कनाडा-अमेरिका सीमा पर अवैध प्रवासन के मामलों को बढ़ावा दे रही हैं।