Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान ने अडियाला जेल से सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर और खुफिया एजेंसी ISI पर बेहद गंभीर आरोप लगाकर पाकिस्तान की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है।
मंगलवार 2 दिसंबर को उनकी बहन उजमा खान उनसे लगभग 20 से 25 मिनट के लिए मिलने पहुंचीं। मुलाकात के बाद उजमा खान ने भावनात्मक रूप से कहा कि उनके भाई शारीरिक रूप से तो ठीक हैं, लेकिन जिस मानसिक प्रताड़ना का सामना वे कर रहे हैं।
उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। उन्होंने साफ कहा कि इमरान खान को लगातार इस हद तक टॉर्चर किया जा रहा है कि उनकी मानसिक मजबूती भी प्रभावित हुई है।
Imran Khan: जेल में जानवरों सा सलूक
उजमा खान ने मीडिया को बताते हुए कहा कि इमरान खान के साथ जेल में जानवरों से भी बुरा सलूक किया जा रहा है।
उनकी सेल में वही व्यवस्थाएं दी जा रही हैं, जो पाकिस्तान में आमतौर पर मौत की सजा पाए कैदियों को मिलती हैं।
पार्टी का कहना है कि उन्हें 850 दिनों से मनमर्जी के तहत हिरासत में रखा गया है और आसिम मुनीर के नेतृत्व में चल रहा मिलिट्री शासन संयुक्त राष्ट्र के मंडेला नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है।
हालात यह हैं कि इमरान खान को परिवार और वकीलों से मिलने तक नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनकी कानूनी लड़ाई भी कमजोर पड़ रही है।
मानसिक रुप से मुनीर बीमार
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इमरान खान ने अपनी बहन से बातचीत में सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर कड़ा व्यक्तिगत आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि आसिम मुनीर मानसिक रूप से बीमार, नैतिक रूप से भ्रष्ट और पाकिस्तान के संविधान एवं लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट करने वाले सबसे खतरनाक तानाशाह साबित हो रहे हैं।
इमरान खान के मुताबिक, आसिम मुनीर ने उन्हें और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को झूठे मामलों में फंसाकर जेल भेजने का आदेश दिया और इसके बाद से दोनों को बेहद क्रूर तरीके से मानसिक टॉर्चर का शिकार बनाया जा रहा है।
इमरान खान ने कहा कि सेना उनके खिलाफ जितना कर सकती थी, सब कर चुकी है और अब उनके पास उन्हें खत्म कर देने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है।
यह बयान न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी झकझोरने वाला है।
ओवन जैसी सेल
इमरान खान ने यह भी बताया कि उन्हें लंबे समय से एकांत कारावास में रखा गया है। लगभग चार हफ्तों तक उन्हें किसी से भी मिलने की इजाज़त नहीं दी गई।
जेल प्रशासन ने सामान्य कैदियों को मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं तक से उन्हें वंचित रखा है। उनकी सेल इतनी गर्म रहती है कि उन्होंने उसे “ओवन” जैसा बताया।
पांच दिनों तक उनकी सेल में बिजली नहीं थी और दस दिनों तक उन्हें लगातार बंद रखा गया। इससे उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।
हर प्रशासनिक निर्णय पर ISI का नियंत्रण होने की वजह से उनकी स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
मुनीर और DG ISI को ठहराया जिम्मेदार
सबसे बड़ी बात यह कि इमरान खान ने स्पष्ट कहा है कि अगर उनके साथ कोई भी अनहोनी होती है, तो इसकी जिम्मेदारी सीधे सेना प्रमुख आसिम मुनीर और DG ISI पर होगी।
उन्होंने अपनी बहन से कहा कि उन्हें अपनी जान का वास्तविक खतरा महसूस हो रहा है और जिस तरह की परिस्थितियाँ उन्हें झेलनी पड़ रही हैं, उससे यह चिंता और भी बढ़ जाती है।
अडियाला जेल से आए इमरान खान के इन आरोपों ने पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा तूफान खड़ा कर दिया है।
एक पूर्व प्रधानमंत्री का इस तरह से सेना प्रमुख और खुफिया एजेंसी पर आरोप लगाना पाकिस्तान की सत्ता बनाम विपक्ष लड़ाई को नई दिशा देता है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा पाकिस्तान की राजनीति को गहराई तक प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है।

