Wednesday, December 3, 2025

अवैध दरगाह: मोरबी में मणि मंदिर के पास ढहाई अवैध दरगाह, हालात गर्माए

अवैध दरगाह

अवैध संरचना पर लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कार्रवाई

मोरबी के ऐतिहासिक मणि मंदिर के ठीक पास बनी अवैध दरगाह को लेकर वर्षों से विवाद चला आ रहा था। स्थानीय लोगों की ओर से इस संरचना को हटाने की मांग लंबे समय से जारी थी।

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इस मामले पर गुजरात हाईकोर्ट की रोक लगी हुई थी, लेकिन हाल ही में वह रोक हट गई, जिसके बाद प्रशासन ने कुछ दिन पहले नोटिस जारी कर स्वयं हटाने को कहा था। कोई कदम न उठने पर आज पुलिस सुरक्षा में विध्वंस की कार्रवाई शुरू की गई।

सुबह भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच ढहाई गई दरगाह

सुबह-सुबह नगर निगम की टीम और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। स्थान की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पूरा इलाका घेराबंदी कर सुरक्षित किया गया।

विध्वंस बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। पुलिस ने सभी मार्गों पर अतिरिक्त जवान तैनात किए थे ताकि अफवाह या तनाव की स्थिति न बने।

मुस्लिम समुदाय की नाराजगी, पत्थरबाजी और सड़क अवरोध

कार्रवाई के बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्य मोरबी सिटी ए-डिविजन थाने के बाहर जमा हो गए। विरोध दर्ज करते हुए कई लोगों ने नारेबाजी की और रिपोर्ट के अनुसार कुछ व्यक्तियों की ओर से पत्थर भी फेंके गए।

कुछ समय के लिए सड़क पर अवरोध भी किया गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी रही और तनाव बढ़ने से रोकने के लिए लगातार गश्त बढ़ाई गई।

पुलिस द्वारा तनाव कम करने के प्रयास

पुलिस प्रशासन ने तुरंत समुदाय के प्रमुख नागरिकों और धार्मिक नेताओं से संपर्क साधा। बातचीत के माध्यम से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।

वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

2022 में दर्ज हुआ था जमीन कब्जे का मामला

इस अवैध दरगाह से जुड़ा मामला 2022 में भी सुर्खियों में रहा था। सितंबर 2022 में रोड और बिल्डिंग विभाग के अधिकारी की शिकायत पर मुवज्जवर हाशमशा जाफरशा फकीर के खिलाफ मणि मंदिर के पास अवैध दरगाह निर्माण और भूमि कब्जे का मामला दर्ज हुआ था।

अक्टूबर 2022 में उसे अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था, जब हेरिटेज बचाओ समिति ने अवैध दरगाह के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थीं।

प्रशासन ने कहा, कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई

नगर निगम और जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दरगाह को हटाने की कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के अनुसार की गई।

हाईकोर्ट की रोक हटते ही नोटिस जारी किया गया था और निर्धारित समय में संरचना न हटाए जाने पर आज विध्वंस किया गया। रोक हटते ही तुरन्त आनन फानन में दरगाह ढहा दी गई ताकि वापिस स्टे न लिया जा सके।

प्रशासन का कहना है कि Heritage Site के पास किसी अवैध निर्माण को अनुमति नहीं दी जा सकती।

स्थिति सामान्य करने की कोशिशें जारी

घटना के बाद से शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों समुदायों के प्रभावी लोगों से सहयोग लेकर स्थिति सामान्य करने के प्रयास लगातार जारी हैं। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल तैनात रहेगा।

Mudit
Mudit
लेखक 'भारतीय ज्ञान परंपरा' के अध्येता हैं और 9 वर्षों से भारतीय इतिहास, धर्म, संस्कृति, शिक्षा एवं राजनीति पर गंभीर लेखन कर रहे हैं।
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