Live in Relationship: यंग जनरेशन शादी किये बिना ही एक- दूसरे के साथ रहते है, जिसे लिव इन रिलेशनशिप कहा जाता है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि लिव इन में रहने वालों पर भी दहेज हत्या व दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज हो सकता है। दहेज हत्या के केस के लिए कपल को हसबैंड और वाइफ की तरह रहना ही काफी है।
Live in Relationship: गर्लफ्रेंड पर दहेज का बनाया दबाव
दरअसल आज कल बदलते दौर में कपल एक दूसरे के साथ रहना पसंद करते है। कुछ समय बीत जाने के बाद दोनों के किसी न किसी बात पर तीखी नोक झोंक हो जाती है। इसके बाद रिलेशनशिप में दरारें आनी शुरू हो जाती है। ऐसा ही कुछ मामला पीड़िता और उसके प्रेमी आदर्श का है। आदर्श लगातार अपनी गर्लफ्रेंड पर दहेज को लेकर दबाव बना रहा था। जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
हाईकोर्ट ने अर्जी की खारिज
बता दें कि पीड़िता और आरोपी युवक लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे। लिव इन में रहते हुए पीड़िता ने दहेज की मांग से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। जिसको लेकर 2022 में कोर्ट में केस दर्ज किया गया था। इस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए आरोपी आदर्श यादव की अर्जी को खारिज कर दिया था, जिसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। ऐसे में अब लिव इन में रहने वालों की मुसीबते बढ़ती हुई नजर आ रही है।