Digital Safety: देशभर में हो रहे साइबर फ्रॉड्स की संख्या दिन बा दिन बढ़ती ही जा रही है। आये दिन यह ठग किसी न किसी को अपना शिकार बना कर उनसे पैसे ऐंठ लेते है। इसीलिए आज हम आपको बताएँगे की इन फ्रॉड्स से कैसे बचा जा सकता है।
इस साल देश में साइबर धोखाधड़ी की 12 लाख शिकायते दर्ज हो चुकी है। जिसमे अब तक लोग 1616 करोड़ रुपये गवां चुके है। इसलिए आज हम आपको बताएँगे की इन फ्रॉड्स से कैसे बचा जा सकता है। मगर इससे पहले हम आपको बताएँगे की साइबर फ्रॉड्स कितने तरीको से किये जाते है।
साइबर फ्रॉड के तरीके
1) डीजिटल अरेस्ट – डिजिटल अरेस्ट की शुरुवात फ़ोन या ईमेल से होती है। जिसमे ठग खुद को पुलिस या किसी सरकारी विभाग का अधिकारी बताकर आपको वीडियो कॉल पर कनेक्ट करने के लिए कहता है। कनेक्ट करने पर सामने वाला व्यक्ति वर्दी में बैठा होता है और आपसे कहता है की आप अरेस्ट हो चुके है। जिसके बाद वो पीड़ित को कई घंटे या कई दीनों तक धमकाते है और फिर बैंक UPI पासवर्ड या OTP लेकर पैसे हड़प लेते है। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है।
2) क्रेडिट कार्ड स्कैम- इसमें स्कैमर्स बैंक के कर्मचारी बनकर फ़ोन करते है और कहते है की आपके कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट एक्सपायर हो रहे है। जिसके बाद वो आपसे कार्ड डिटेल्स और OTP मांगेंगे और पैसे निकल लेंगे।
3) बकाया बिल के लिए डराते हैं : इसमें स्कैमर्स मैसेज या फ़ोन करके डराते है कि बिजली बिल बकाया है। जल्दी से दिए गए नंबर पर संपर्क करें और बिजली का बिल भरे,नहीं तो बिजली काट दी जाएगी। मगर असल में कोई भी सरकारी ऑफिस इस तरह से पैसे नहीं मांगता।
ऐसे और भी कई तरह के स्कैम है जिनसे लोगो को थुगा जा रहा है।
अब जानते है की इन फ्रॉड्स से बचा कैसे जा सकता है :
साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके-
1) बैंक कभी 10 अंक के नंबर से कॉल नहीं करता- जब भी आपके पास बैंक से कोई कॉल आये तो देखे की वो कितने आंख का नंबर है। क्योकि बैंक कभी भी 10 डिजिट के नंबर से फ़ोन नहीं करता। ऐसे किसी भी नंबर पर अपनी निजी जानकारी न दे। इसके अलावा कोई भी सरकारी या गैर सरकारी विभाग व्हाट्सप्प या टेलग्राम जैसी सोसिअल साइट्स पर नोटिस नहीं भेजता।
2) पब्लिक प्लेस पर पासवर्ड टाइप न करे – कभी भी एयरपोर्ट, शॉपिंग मॉल या किसी भी जगह के पब्लिक वाईफाई का उपयोग करते हुए नेट बैंकिंग लॉगिन न करें। इससे आपका बैंक अकाउंट हैक हो सकता है।
3) ज़िप या क्यूआर कोड से बचे – किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक या ज़िप फाइल पर क्लिक न करे। क्यूआर स्कैन करते टाइम भी सावधान रहे। कई बार इन चीज़ो से आपका फ़ोन हैक हो सकता है।