Wednesday, October 15, 2025

हमास इजरायल सीजफायर: गाजा में फिर दिखी हिंसा! सामने आया दर्दनाक वीडियो

हमास इजरायल सीजफायर: इजरायल और हमास के बीच चल रहे लंबे युद्ध के बीच आखिरकार गाजा में शांति समझौता हो गया है। मिस्र की राजधानी काहिरा में हुई इस बैठक में अमेरिका, तुर्किए और कतर ने बड़ी भूमिका निभाई।

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दोनों पक्षों ने मानवीय आधार पर हिंसा रोकने और गाजा में राहत कार्य शुरू करने पर सहमति जताई। माना जा रहा है कि यह समझौता आने वाले समय में क्षेत्र में स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

हमास इजरायल सीजफायर: गोलियों से भूनने की वीडियो आई सामने

शांति की इस खबर के बीच एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि हमास के लड़ाकों ने आठ लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।

वीडियो में दिख रहा है कि आठ लोगों को घुटनों पर बैठाया गया था, उनकी आंखों पर पट्टी बंधी थी और हाथ पीछे बांध दिए गए थे। इसके बाद उन पर गोलियां चला दी गईं।

वीडियो में गोलियों की आवाज के साथ भीड़ “अल्लाह हू अकबर” के नारे लगाती सुनाई देती है। यह दृश्य इतना दर्दनाक था कि कई मीडिया संस्थानों ने इसे दिखाने से मना कर दिया।

गाजा का इस्तेमाल आतंक फैलाने के लिए होना चाहिए

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने जिन आठ लोगों को मारा, उन पर इजरायल के साथ गुप्त रूप से मिले होने का आरोप लगाया गया था।

कहा जा रहा है कि यह कदम हमास ने गाजा पर अपना नियंत्रण मजबूत करने और विरोधियों को डराने के लिए उठाया।

हालांकि इस वीडियो की स्वतंत्र जांच अभी बाकी है, लेकिन इससे एक बार फिर गाजा की स्थिति पर सवाल उठ गए हैं।

इजरायल ने शांति समझौते की शर्त रखते हुए कहा था कि अगर हमास को गाजा में रहना है तो उसे हिंसा और हथियारबंद गतिविधियों को खत्म करना होगा।

इजरायल ने यह भी कहा कि गाजा का इस्तेमाल आतंक फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।

इस बीच, हमास की इस कार्रवाई ने इजरायल के भरोसे को कमजोर किया है और शांति प्रक्रिया पर असर डाला है।

20 बंधकों को किया गया रिहा

इसी बीच एक राहत की खबर यह आई कि हमास ने इजरायल के 20 बंधकों को रिहा कर दिया है। यह रिहाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर प्लान के पहले चरण के तहत हुई है।

इसके अलावा, हमास ने चार बंधकों के शव भी रेड क्रॉस को सौंपे हैं, जिन्हें पहचान के लिए तेल अवीव के राष्ट्रीय फॉरेंसिक केंद्र भेजा गया है।

कतर और अमेरिका ने इस समझौते को “शांति की दिशा में पहला कदम” बताया है,

लेकिन ताज़ा हिंसा ने यह साफ कर दिया है कि दोनों पक्षों के बीच भरोसे की कमी अब भी बरकरार है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हमास को गाजा में स्थायी शासन चाहिए तो उसे हिंसा की राह छोड़नी होगी, वहीं इजरायल को भी संयम दिखाना होगा।

गाजा में आज भी स्थिति तनावपूर्ण है। एक तरफ शांति वार्ता चल रही है, तो दूसरी तरफ खून-खराबे की घटनाएं दुनिया को सोचने पर मजबूर कर रही हैं।

इस जंग में सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों का हो रहा है जिनका न कोई गुनाह है और न कोई आवाज।

Madhuri Sonkar
Madhuri Sonkarhttps://reportbharathindi.com/
ETV Bharat में एक साल ट्रेनिंग कंटेंट एडिटर के तौर पर काम कर चुकी हैं। डेली हंट और Raftaar News में रिपोर्टिंग, V/O का अनुभव। लाइफस्टाइल, इंटरनेशनल और बॉलीवुड न्यूज पर अच्छी पकड़।
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