Gujarat: गुजरात में बारिश ने तबाही मचा रखी है और अब तक बारिश से 21 लोगों की मौत हो गई। वहीं चार दिनों के बारिश में जान गंवाने वालों की संख्या 28 हो गई है। जिसमें पानी में डूबने से 13 लोगों की मौत हो गई है।
पेड़ गिरने की घटनाओं में दो लोगों की मौतहो गई है। गुजरात में लगातार पांच दिनों से बारिश जारी है। वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में से 17,800 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जान गंवाने वाले लोगों में सात लोग शामिल है। जो पुल पार करते समय ट्राली के बह जाने से लापता हो गए है।अधिकारियों ने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं। वडोदरा में बारिश थमने के बावजूद, शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी के अपने तटों को तोड़कर आवासीय इलाकों में प्रवेश कर जाने से निचले इलाकों में जलजमाव हो गया और इमारतें, सड़कें और वाहन पानी में डूब गए।
Gujarat: पीएम मोदी ने सीएम से की बात
बाढ़ के मौजूदा हालात को देखते हुए पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया और इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। वहीं देवभूमि द्वारका जिले के भानवद तालुका में 185 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। भारी बारिश और बाढ़ के बीच वायुसेना और एनडीआरफ की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है और अब तक 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है और 2,000 लोगों को बचाया गया है।
24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर
गुजरात में 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं 140 जलाशय बारिश के कारण यातायात और रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित हुई है, क्योंकि सड़कें और रेलवे लाइन जलमग्न हो गई हैं। 206 बांधों में से 122 को उनके जलस्तर में तेज वृद्धि के कारण हाई अलर्ट पर रखा गया है। पश्चिमी रेलवे के अहमदाबाद मंडल ने कहा कि 48 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, 14 आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं और छह को बीच में ही रोक दिया गया। उसने कहा कि अन्य 23 रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तन किया गया है।