UPPSC: प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के बाहर प्रतियोगी छात्रों के प्रदर्शन के बाद आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक ही दिन औऱ एक ही शिफ्ट में कराये जाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद यह फैसला लिया गया है। हालांकि, समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) परीक्षा के संबंध में अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। पीएससी की परीक्षा दिसंबर में होने वाली थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया है।
UPPSC: प्रदर्शन नहीं होगा खत्म
प्रयागराज के जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बताया कि UPPSC जल्द ही पीसीएस परीक्षा की नई तारीख जारी करेगा। परीक्षा पैटर्न निर्धारित करने के लिए एक समिति गठित की गई है। हालांकि, प्रदर्शनकारी छात्र आयोग के इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि RO/ARO परीक्षा के संबंध में स्पष्ट निर्णय न होने तक वे आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।
राहुल गांधी ने UPPSC के रवैये को बताया असंवेदनशील
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने छात्रों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि पढ़ने वाले छात्रों को आज आंदोलन करना पड़ रहा है, जो अधिकारियों के माध्यम से अन्याय का परिणाम है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी प्रतियोगी छात्रों के साथ सरकार और UPPSC के रवैये को असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने नॉर्मलाइजेशन के नाम पर गैर-पारदर्शी व्यवस्था को अस्वीकार्य बताते हुए छात्रों की एक पाली में परीक्षा की मांग को न्यायपूर्ण कहा है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि आयोग ने फूट डालो और राज करो की नीति अपनाई है, जिससे एक वर्ग को संतुष्ट किया गया है और दूसरे को असंतुष्ट। वे RO/ARO परीक्षा के संबंध में स्पष्ट निर्णय की मांग कर रहे हैं और तब तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया है।