Sunday, June 1, 2025

Gaza: जॉर्डन में इज़रायली रोक से सड़ गया खाना, गाजा में बच्चे भूख से बिलबिलाए

Gaza: संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (UNRWA) के मुख्य गोदामों में हज़ारों कार्डबोर्ड बॉक्स खराब होने की कगार पर हैं, जिनमें आटा, दाल, मछली, छोले और चीनी जैसी चीज़ें भरी हुई हैं।

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इनका उद्देश्य गाजा में कुपोषण रोकना है, लेकिन मार्च से इज़राइल द्वारा गाजा में प्रवेश की अनुमति न मिलने से बड़ी मात्रा में सामग्री बेकार हो रही है।

Gaza: लाखों लोगों के लिए तैयार खाद्य पैकेज, लेकिन सीमा पर जमे ट्रक

ये पैकेट्स लगभग 200,000 लोगों को एक महीने तक भोजन देने में सक्षम हैं। हालांकि कुछ सामान जॉर्डन में जरूरतमंद शरणार्थियों में बांटा जाएगा, लेकिन बड़ी मात्रा को फेंकने की नौबत आ चुकी है। ट्रकों में और भी ज्यादा मात्रा में भोजन और दवाइयाँ लदी हैं, जो महीनों से इज़राइली सीमा चौकियों पर खड़ी हैं।

अमेरिका ने जॉर्डन को बनाया था मानवीय सहायता केंद्र

2023 में जब इज़राइल और हमास के बीच युद्ध शुरू हुआ, तब अमेरिका ने जॉर्डन को गाजा के लिए मानवीय सहायता का मुख्य केंद्र बनाया था। यह कदम भौगोलिक निकटता और जॉर्डन-इज़राइल के शांतिपूर्ण संबंधों को देखते हुए लिया गया था।

इज़राइल ने मिस्र और जॉर्डन से सहायता पर लगाया प्रतिबंध

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Gaza: जॉर्डन में इज़रायली रोक से सड़ गया खाना, गाजा में बच्चे भूख से बिलबिलाए 3

संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों के अनुसार, इज़राइल ने अब यह साफ कर दिया है कि वह गाजा में मिस्र या जॉर्डन से कोई सहायता नहीं आने देगा।

गाजा में UNOCHA के प्रमुख जोनाथन व्हिटल ने कहा कि हालिया आदेशों के तहत अब केवल इज़राइल से ही सामग्री लाई जा सकती है, जिससे चिकित्सा और खाद्य आपूर्ति दोनों पर असर पड़ा है।

सहायता गोदामों में गर्मी में खराब हो रही करोड़ों की सामग्री

मदद करने वाले संगठनों के मुताबिक, लाखों डॉलर की मानवीय सामग्री अत्यधिक गर्मी वाले गोदामों और सीमा चौकियों पर फंसी हुई है। इन्हें संग्रहित करने के लिए संगठनों को हर महीने भारी शुल्क देना पड़ रहा है। कुछ सामग्रियों की वैधता भी खत्म होने लगी है।

“हमास चोरी करता है”, इज़राइल का आरोप, लेकिन सबूत नहीं

इज़राइल का कहना है कि हमास सहायता सामग्री चुरा रहा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठन इस दावे को नकारते हैं। WFP प्रमुख सिंडी मैककेन ने कहा कि अब तक इज़राइल ने कोई ठोस सबूत नहीं दिया है। दशकों से काम कर रहे कई सहायता समूह गाजा में पहले से मौजूद सशक्त वितरण प्रणालियों का इस्तेमाल करते हैं।

विवादों में घिरी नई संस्था, गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF)

इज़राइल द्वारा समर्थित GHF को मानवीय संगठनों द्वारा आलोचना का सामना करना पड़ा है। संगठन की कार्यप्रणाली और वित्तीय स्रोतों को लेकर पारदर्शिता नहीं है। इसके प्रमुख जेक वुड ने हाल ही में इस्तीफा दे दिया, यह कहते हुए कि संस्था मानवीय सिद्धांतों पर काम करने में विफल रही है।

वितरण बाधित, जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच रही सहायता

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ANERA के प्रमुख सीन कैरोल के अनुसार, उनके ट्रकों में 10 मिलियन से अधिक भोजन सामग्री फंसी है। गाजा में पहले दिन में 1-1.5 लाख भोजन वितरित होते थे, जो अब घटकर 1,000–2,000 हो गए हैं। GHF द्वारा बनाए गए सीमित वितरण केंद्रों तक लोगों को लंबी दूरी तय कर पहुंचना पड़ता है।

UNRWA के पास घटा दवाओं का भंडार, चिकित्सा सेवाएं प्रभावित

1948 से फिलिस्तीनी शरणार्थियों की सेवा में लगी UNRWA गाजा में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा की मुख्य संस्था है। प्रवक्ता फाउलर ने बताया कि जलने के मलहम जैसी बुनियादी दवाओं का स्टॉक पिछले दो महीनों में आधा रह गया है।

डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स को भी भारी कमी का सामना

गाजा में कार्यरत डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की निदेशक रेचेल नोरिस ने बताया कि एंटीसेप्टिक, गॉज, दस्ताने और दर्द निवारक जैसी जरूरी वस्तुएं अब नहीं मिल रही हैं। जॉर्डन में खड़े उनके ट्रक अब इतने लंबे समय से फंसे हैं कि स्टॉक एक्सपायर होने की आशंका है।

इज़राइली सैन्य एजेंसी और अमेरिकी विदेश विभाग का खंडन

इज़राइल की सीमा निगरानी एजेंसी का कहना है कि उसे मिस्र या जॉर्डन से प्रतिबंध की कोई जानकारी नहीं है। वहीं अमेरिकी विदेश विभाग ने भी इस दावे को “झूठा” बताया, और कहा कि इन रिपोर्टों का कोई आधार नहीं है।

पानी की सफाई वाली सामग्रियों पर भी रोक, मानवीय संकट गहराया

सहायता संगठनों ने बताया कि इज़राइल ने जल शुद्धिकरण रसायनों जैसी वस्तुओं को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी, जिन्हें वह संभावित सैन्य उपयोग की वस्तुएं मानता है। इससे साफ पानी, स्वच्छता और जीवनरक्षक सेवाओं पर सीधा असर पड़ा है।

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Madhuri Sonkar
Madhuri Sonkarhttps://reportbharathindi.com/
ETV Bharat में एक साल ट्रेनिंग कंटेंट एडिटर के तौर पर काम कर चुकी हैं। डेली हंट और Raftaar News में रिपोर्टिंग, V/O का अनुभव। लाइफस्टाइल, इंटरनेशनल और बॉलीवुड न्यूज पर अच्छी पकड़।
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