AgustaWestland helicopter scam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार सत्ता संभालने से पहले कहा था कि अगले 6 महीने में देश की सियासत में भूचाल आने वाला है। पीएम मोदी ने किस राजनीतिक भूचाल की बात कही तब लोग यह समझ नहीं पाए थे, मगर अब जो खबर सामने आ रही है, यदि वह सच निकली, तो देश में इतिहास का सबसे बड़ा सियासी भूचाल आना तय है।
यह मामला अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला का है, जो पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय हुआ था। पीएम मोदी G7 मीटिंग में शामिल होंगे इटली गए थे, लेकिन खबरें बताती हैं, कि वहां उन्हें कुछ ऐसा प्राप्त हुआ, जो भारत की राजनीति में भूचाल मचा सकता है और एक प्रमुख राजनितिक परिवार की ऐसी सच्चाई सामने आ सकती है, जिससे देश सन्न रह जाए।
क्या हेलीकॉप्टर घोटाले से जुड़े दस्तावेज मिले?
पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय हुआ अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला कांग्रेस की दुखती रग है। इस घोटाले पर पहले काफी हो हंगामा हो चुका। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी G7 मीटिंग में शामिल होंगे इटली गए थे। अब खबरें समाने आ रही हैं कि वहां पीएम मोदी को कुछ ऐसा प्राप्त हुआ, जो भारत की राजनीति में भूचाल मचा सकता है। कहा जा रहा है कि मोदी को इटली सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की फाइल सौंपी है, जिससे एक प्रमुख राजनितिक परिवार की ऐसी सच्चाई सामने आ सकती है, जिससे कि देश सन्न रह जाए।
यह था अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला
कांग्रेस सरकार के दौर में VVIP लोगों को लाने और ले जाने के लिए वायुसेना ने इटली की कंपनी फिनमैकेनिका के साथ 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था। इन हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए 3600 करोड़ रुपए देना तय हुआ था। फिर खुलासा हुआ कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरों के सौदे में दलाली खाई गई। जिसके बाद सौदे को निरस्त कर CBI जांच के आदेश दिए गए थे।
नरेंद्र मोदी जब 2014 के मई में पहली बार पीएम बने, उससे लगभग 8 माह पहले ही इटली के एक अदालत ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में रिश्वत के आरोप में एक कंपनी के CEO, इटली की रक्षा कंपनी के अध्यक्ष और 2 बिचौलियों को दोषी करार दिया था। अब इटली से दस्तावेज मिलने पर भारत में भी जांच तेज हुई, तो कई बड़े नेताओं और नौकरशाहों के भी अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला में घिरने की संभावना है।
तत्कालीन सरकार ने नहीं दिए थे दस्तावेज
इटली में दोषी ठहराए गए आरोपियों के पूरे बयान, अपील का पूरा पाठ और कोर्ट का अंतिम फैसला, जो भारत के सियासी और नौकरशाही प्रतिष्ठान में भूचाल ला सकता था, को तत्कालीन इतालवी सरकार ने 2013 में भारत के दबाव में कभी सार्वजनिक नहीं किया। उस वक़्त भारत में कांग्रेस की ही सरकार थी। ये गोपनीय दस्तावेज ही हैं, जो अगस्ता वेस्टलैंड VVIP हेलिकॉप्टर घोटाले में 600 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत लेने वाले भारत के प्रमुख सियासी परिवार और बिचौलियों के नामों और पूरी कहानी का खुलासा कर सकते हैं।