G-7 summit in Italy: इटली में आयोजित G-7 शिखर सम्मेलन में बतौर आमंत्रित सदस्य शामिल होना भारत के लिए बेहद लाभकारी साबित हुआ है। G-7 देशों ने भारत को सबसे बड़ा तोहफा दिया है। इसके जरिये भारत को अब सीधे हाईस्पीड रेलवे के जरिये यूरोप से जोड़ने पर सहमति बनी है। इससे पश्चिम एशिया से लेकर यूरोप तक भारत का व्यापार कई गुना तक बढ़ जाएगा।
G-7 के अंत में 7 औद्योगिक देशों के समूह ने विज्ञप्ति जारी करके भारत-पश्चिम-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) जैसे ठोस बुनियादी ढांचे के प्रस्तावों को आगे बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही इस प्रोजेक्ट को सड़क मार्ग के अलावा हाईस्पीड रेलवे के साथ भी जोड़ने का प्लान तैयार किया है।
जुड़ेगा भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा
भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC) परियोजना के तहत सऊदी अरब, भारत, अमेरिका और यूरोप के बीच एक विशाल सड़क, रेलमार्ग और पोत परिवहन तंत्र की परिकल्पना की गई है, ताकि एशिया, पश्चिम एशिया और पश्चिम के बीच जुड़ाव सुनिश्चित किया जा सके। IMEC को समान विचारधारा वाले देशों द्वारा चीन की ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (BRI) के समक्ष रणनीतिक प्रभाव हासिल करने की पहल के रूप में भी देखा जा रहा है। बीआरआई एक विशाल संपर्क परियोजना है जो चीन को दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य एशिया, रूस और यूरोप से जोड़ती है।
पीएम मोदी के भाषण से विश्व के नेता गदगद
G-7 शिखर सम्मेलन में शुक्रवार (14 जून, 2024) को पीएम मोदी के संबोधन से विश्व नेता गदगद हैं। पीएम मोदी के संबोधन वाले कृत्रिम मेधा, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर विषय पर आयोजित ‘आउटरीच सोशन’ के बारे में विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘साझा जिम्मेदारी की भावना से हम अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, भारत, जॉर्डन, केन्या, मॉरिटानिया, ट्यूनीशिया, तुर्किये और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं की भागीदारी का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं।’’ इसमें शिखर सम्मेलन के एजेंडे की अन्य प्राथमिकताओं के अलावा, विज्ञप्ति में रूस के साथ जारी संघर्ष में यूक्रेन के लिए ‘‘मजबूत समर्थन’’ व्यक्त किया गया। (भाषा)