Filmyzilla: आजकल के युवाओं में फिल्मों और वेब सीरीज को रिलीज़ से पहले या उसी दिन मुफ्त में देखने की होड़ लगी रहती है। वे इंटरनेट पर उपलब्ध पायरेटेड वेबसाइटों के जरिए नई फिल्में आसानी से डाउनलोड कर लेते हैं।
इनमें से एक बेहद चर्चित वेबसाइट है Filmyzilla, जो एक अवैध माध्यम है और पायरेटेड कंटेंट को ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। यह वेबसाइट हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, मलयालम सहित कई भाषाओं की फिल्मों और वेब सीरीज को डाउनलोड करने का विकल्प देती है।
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Filmyzilla: थिएटर में दर्शकों की संख्या कम
Filmyzilla जैसी वेबसाइटें नई फिल्मों को रिलीज़ होते ही या उससे पहले ही इंटरनेट पर लीक कर देती हैं। इससे दर्शक सिनेमाघर जाने की बजाय अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर ही फिल्में देखने लगते हैं। इसका सीधा असर फिल्म इंडस्ट्री पर पड़ता है।
थिएटर में दर्शकों की संख्या कम होती है और निर्माता-निर्देशकों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार फिल्म की कमाई पर इतना बुरा असर होता है कि वो फ्लॉप घोषित कर दी जाती है, भले ही उसका कंटेंट अच्छा क्यों न हो।
ज्यादातर कैमरे से रिकॉर्ड की गई
इन वेबसाइटों पर जो फिल्में और सीरीज उपलब्ध होती हैं, वे ज्यादातर कैमरे से रिकॉर्ड की गई होती हैं या फिर किसी तरह से सर्वर से लीक की गई कॉपियों के रूप में होती हैं। इनकी गुणवत्ता अक्सर खराब होती है, लेकिन दर्शकों की फ्री में देखने की चाह के कारण इनका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
क्या Filmyzilla सुरक्षित है?
ऐसी वेबसाइटों से फिल्में डाउनलोड करना न केवल गैरकानूनी है बल्कि यह आपके डिवाइस के लिए भी खतरनाक हो सकता है। इनमें मालवेयर, वायरस और स्पाइवेयर होते हैं जो आपके मोबाइल या लैपटॉप के डेटा को नुकसान पहुंचा सकते हैं या चुरा सकते हैं। इसके अलावा, इन वेबसाइटों के जरिये डाउनलोड करना भारतीय कानून के तहत एक दंडनीय अपराध है।
कानूनी प्रावधान
भारत सरकार ने पायरेसी को रोकने के लिए कई सख्त कानून बनाए हैं। सिनेमैटोग्राफ संशोधन विधेयक 2019 के तहत, किसी फिल्म को निर्माता की अनुमति के बिना ऑनलाइन अपलोड या डाउनलोड करना अपराध है।
ऐसा करते पाए जाने पर तीन साल तक की जेल या भारी जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। साथ ही, इसे कॉपीराइट अधिनियम के उल्लंघन के तहत भी सजा दी जाती है।
निष्कर्ष
Filmyzilla और ऐसी अन्य वेबसाइटों से फिल्में डाउनलोड करना न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लिए हानिकारक है, बल्कि यह आपकी सुरक्षा और कानून की दृष्टि से भी खतरनाक हो सकता है। ऐसे अवैध माध्यमों से दूरी बनाना ही समझदारी है और सभी को थिएटर या वैध OTT प्लेटफॉर्म से ही फिल्में देखने की आदत डालनी चाहिए।
Disclaimer: यह लेख किसी भी प्रकार की पायरेटेड वेबसाइट को प्रमोट नहीं करता। इस लेख का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है। पायरेटेड वेबसाइट से कोई भी सामग्री डाउनलोड करना आपकी जिम्मेदारी होगी।
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