दीपक हत्याकांड: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के पिपराइच थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय दीपक गुप्ता की हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया है। घटना 16 सितंबर की देर रात मऊआचापी गांव में हुई,
जब कुछ कथित गो-तस्कर ग्रामीणों से भिड़ गए। बताया जा रहा है कि तस्कर गांव में दुर्गेश गुप्ता की दुकान तोड़ने पहुंचे थे।
शोर सुनकर दीपक स्कूटर से मौके पर पहुँचा और उसके पीछे 10-15 ग्रामीण भी आ गए। इसी दौरान तस्करों ने दीपक को पकड़कर गाड़ी में डाल लिया और भाग निकले। बाद में उसका शव चार किलोमीटर दूर खून से लथपथ मिला।
Table of Contents
दीपक हत्याकांड: पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
घटना के बाद पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे। गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करन नैयर ने जंगल धूसर पुलिस चौकी के प्रभारी समेत पूरे स्टाफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
उनका कहना है कि कर्तव्य में लापरवाही और मनमानी बरतना किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पांच टीमें बनीं, आरोपियों पर शिकंजा
एसएसपी ने बताया कि मामले की जाँच के लिए पाँच पुलिस टीमों का गठन किया गया है। शुरुआती जांच से पता चला है कि तस्करों ने भागते समय दीपक को ट्रक से धक्का दिया, जिससे सिर में गंभीर चोट आई और उसकी मौत हो गई।
हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही अंतिम पुष्टि होगी। इस घटना में छह संदिग्धों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और सभी आरोपी पशु तस्करी से जुड़े बताए जा रहे हैं।
अफवाह और सच्चाई
शुरुआत में यह खबर फैल गई थी कि दीपक को गोली मारकर हत्या की गई है। लेकिन पुलिस का कहना है कि शव पर गोली का कोई निशान नहीं मिला,
बल्कि सिर की चोट ही मौत की वजह बनी। परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है।
सियासत गरमाई
इस घटना ने राजनीतिक हलचल भी तेज कर दी है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले में ही अपराध चरम पर हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि शासन और प्रशासन की मिलीभगत से गो-तस्करों को संरक्षण मिल रहा है और यही जनता के गुस्से की असली वजह है।
इलाके में तनाव
दीपक की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया है। गुस्साए ग्रामीणों ने एक तस्कर को पकड़कर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, जिसे किसी तरह पुलिस ने बचाया।
फिलहाल गाँव में शांति बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।