Crime: महराजगंज जिले में मेडिकल माफिया की करतूतों का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।
यहां पथरी का ऑपरेशन कराने पहुंचे एक युवक की किडनी ही निकाल ली गई।
पीड़ित ने जब सच्चाई जानी तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। अब पुलिस ने अस्पताल संचालक और उसके सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन दोनों आरोपी फरार हैं।
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ऑपरेशन के नाम पर धोखा
रामपुर गांव के उपाध्याय टोला निवासी अलाउद्दीन (35) पेट दर्द की शिकायत पर 4 अप्रैल को जिले के एक निजी अस्पताल गया था।
अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में किडनी में पथरी मिली और डॉक्टरों ने सर्जरी की सलाह दी। पैसों की तंगी के चलते वह तुरंत ऑपरेशन नहीं करा सका और घर लौट आया।
Crime: जाल में फंसा मरीज
इसी दौरान उसकी मुलाकात न्यू लाइफ केयर हॉस्पिटल, कोटवा बाजार में काम करने वाले तार मोहम्मद से हुई।
Crime: उसने भरोसा दिलाया कि उनके अस्पताल में बाहर से विशेषज्ञ सर्जन आते हैं और इलाज सस्ते में हो जाएगा। उसकी बातों में आकर अलाउद्दीन 13 अप्रैल को अस्पताल पहुंचा और भर्ती हो गया।
‘स्पेशलिस्ट सर्जन’ की जगह खुद बने डॉक्टर
Crime: अलाउद्दीन का आरोप है कि 14 अप्रैल की रात को कोई बाहरी सर्जन नहीं आया। ऑपरेशन खुद अस्पताल संचालक इमामुद्दीन और कर्मचारी तार मोहम्मद ने किया। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
खुलासा – गायब थी किडनी
Crime: जब हालत सुधरने के बजाय और बिगड़ने लगी तो अलाउद्दीन ने दूसरे डॉक्टर से संपर्क किया। जांच में सामने आया कि उसकी बाईं किडनी ही निकाल ली गई है। यह सुनकर वह सन्न रह गया।
एसपी के आदेश पर केस दर्ज
Crime: स्वस्थ होने के बाद अलाउद्दीन ने पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा को लिखित प्रार्थना पत्र दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने तुरंत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने इमामुद्दीन और तार मोहम्मद पर केस दर्ज कर लिया है।
थानाध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
Crime: रजिस्ट्रेशन तक नहीं अस्पताल का
सूत्रों के अनुसार, न्यू लाइफ केयर हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है।
Crime: यानी पूरा अस्पताल ही अवैध तरीके से चलाया जा रहा था। अब सवाल उठ रहा है कि बिना रजिस्ट्रेशन और बिना सर्जन के कैसे ऑपरेशन किए जा रहे थे और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी कहां थी।