स्वदेशी दिवाली: जैसे-जैसे दीपावली करीब आ रही है, उत्तर प्रदेश के बाजारों में खरीदारी की चहल-पहल बढ़ती जा रही है। मिठाइयों, सजावट और उपहारों की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है।
इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के लोगों से खास अपील की है — इस बार की दिवाली स्वदेशी सामान से मनाएं और देश के कारीगरों की खुशियों में अपना योगदान दें।
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स्वदेशी दिवाली: “स्वदेशी का संकल्प” लेने का आह्वान
स्वदेशी दिवाली: सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“मेरे सम्मानित प्रदेशवासियों, दीपावली का पावन पर्व निकट है। इस बीच एक आवश्यक संकल्प लें — स्वदेशी का संकल्प। जब आप खरीदारी के लिए निकलें, तो देश में बने सामानों को प्राथमिकता दें। चाहे दीये हों, मोमबत्तियां हों, झालर हों या अन्य कोई वस्तु — हर जगह स्वदेशी को चुनें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह छोटा-सा कदम लाखों देशी कारीगरों, शिल्पकारों, कुम्हारों और स्थानीय दुकानदारों के जीवन में नया उजाला ला सकता है। उन्होंने लिखा, “आपकी छोटी पहल किसी कुम्हार के घर में दीया जला सकती है, किसी शिल्पकार के चेहरे पर मुस्कान ला सकती है।”
उपहारों के लिए भी ‘स्वदेशी’ चुनने की अपील
स्वदेशी दिवाली: सीएम योगी ने लोगों से अपील की कि जब वे अपने प्रियजनों के लिए उपहार चुनें, तो देश में बने उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) योजना के तहत बनने वाले उत्कृष्ट उत्पाद उपहार के लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते हैं।
उनके अनुसार, ये उत्पाद न केवल आपके तोहफों को विशिष्ट बनाएंगे, बल्कि हमारे प्रतिभाशाली कारीगरों के परिश्रम का सम्मान भी करेंगे।
स्वदेशी दिवाली: ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना को बताया स्वदेशी सशक्तिकरण की मिसाल
स्वदेशी दिवाली: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार स्वदेशी उद्योगों और पारंपरिक कारीगरों को सशक्त करने की दिशा में काम कर रही है। “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” योजना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
इस योजना का उद्देश्य हर जिले के विशेष उत्पाद को पहचान दिलाना और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाना है। इससे न केवल कारीगर आत्मनिर्भर बनते हैं, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती है।
“ये दीवाली, स्वदेशी वाली” — आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
स्वदेशी दिवाली: योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब लोग स्वदेशी वस्तुएं खरीदेंगे, तो देश का पैसा देश में रहेगा और इसका लाभ हमारे ही लोगों को मिलेगा।
उन्होंने कहा, “इस बार दीपावली सिर्फ रोशनी का पर्व नहीं, आत्मनिर्भरता का भी पर्व बने। याद रखें — ये दीवाली, स्वदेशी वाली।”
मुख्यमंत्री की यह अपील न सिर्फ स्थानीय व्यापारियों और कारीगरों के लिए प्रेरणा है, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सशक्त करने की दिशा में एक अहम कदम भी है।