Chief Minister Ayushman Bal Sambal Yojana in Rajasthan: बच्चों में कई बीमारियां जन्मजात होती है और उनका कोई इलाज भी नहीं होता है। इन लाइलाज बीमारियों के उपचार में बच्चे के साथ उसका परिवार भी कष्ट झेलता है। कई परिवार आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होते हैं। ऐसे में इसका असर बच्चे की देखभाल पर सीधा असर पड़ता है, लेकिन अब मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना के तहत ऐसे बच्चों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि उन्हें 18 वर्ष की उम्र तक प्रतिमाह 5 हजार रुपये के तौर पर दी जाएगी। यानी पीड़ित बच्चे को हर साल 60 हजार रुपये मिलेंगे। इससे इन बच्चों को अच्छा इलाज मिल पाएगा और परिवार को भी आर्थिक संबल मिलेगा।
दरअसल, कई ऐसी बीमारियां हैं जो बच्चों को जन्म से अथवा बचपन से हो जाती है। इसमें मस्कुलर एट्रोफी, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, सेरेब्रल पाल्सी, जन्मजात मेटाबोलिक डिसऑर्डर, वंशानुगत बीमारियां आदि शामिल हैं। इन बीमारियों का इलाज संभव नहीं है। ऐसे में रोगियों को दवाइयां लेनी पड़ती है, जिसका खर्च भी बहुत अधिक होता है। इसलिए अब सरकार की ओर से इन बीमारियों के रोगियों को चिह्नित कर उन्हें आर्थिक सहायता देगी। यह स्कीम 15 दिसंबर को लॉन्च की लाएगी।
अस्पताल से लेना होगा सर्टिफिकेट
योजना के तहत लाइलाज बीमारियों से पीड़ित बच्चों का आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए एक सर्टिफिकेट बनाया जाएगा। फिलहाल जयपुर के जेके लोन अस्पताल और जोधपुर के एम्स को इस सर्टिफिकेट के लिए मान्य किया गया है। विभाग की मानें तो जल्द ही अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाएगी। पहले संभाग स्तर पर और फिर जिला स्तर पर एक-एक अस्पताल को इस सर्टिफिकेट के लिए मान्यता दी जा सकती है।
डीबीटी के माध्यम से राशि का हस्तांतरण
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से इस योजना को अमलीजामा पहनाया गया है। जानकारी के अनुसार पहले इस योजना का जिम्मा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया था, लेकिन विभाग इसे पूरा नहीं कर पाया। इसके बाद यह टास्क सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को दिया गया है। ऐसे में अब विभाग की ओर से आर्थिक सहायता राशि हर माह डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से खाते में हस्तांतरित की जाएगी।
हर बाल रोगी को मदद का लक्ष्य
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मंशा थी कि लाइलाज बीमारियों से पीड़ित बच्चों की मदद की जाए। ऐसे में हमारा विभाग आगामी 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना के तहत ऐसे बच्चों को प्रतिमाह 5 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगा। योजना में फिलहाल दो अस्पताल सर्टिफिकेट बनाएंगे। इसके बाद अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि लाइलाज बीमारियों से पीड़ित हर बच्चे को सरकार की मदद मिले।