Ceasefire Now: भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचों पर गहरी चोट की है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने सीमापार जाकर आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया। ऑस्ट्रेलियाई मिलिट्री एक्सपर्ट टॉम कूपर ने इस कार्रवाई को भारत की “क्लियर कट जीत” करार दिया है। उन्होंने लिखा कि जब एक देश दूसरे के परमाणु हथियार भंडारण तक को निशाना बना दे और दूसरा कोई जवाब न दे सके, तो यह एकतरफा जीत मानी जाती है। पाकिस्तान की घबराहट इस हद तक पहुंच गई कि उसे सीजफायर की गुहार लगानी पड़ी।
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Ceasefire Now: सीजफायर की भीख और आतंकी सम्मान
टॉम कूपर के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के लगभग 140 आतंकियों का सफाया किया, जिनमें कम से कम 5 शीर्ष आतंकी कमांडर भी शामिल थे। पाकिस्तान सरकार ने इस नुकसान पर चुप्पी साधे रखी, लेकिन आईएसआई ने इन आतंकियों को शहीद बताते हुए राजकीय सम्मान दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान की सेना और आतंकी संगठनों के बीच गहरा रिश्ता है। भारत ने न सिर्फ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान के जवाबी हमलों को भी अपने आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम से नाकाम कर दिया।
पानी की चोट और सुरक्षा तंत्र की ताकत
Ceasefire Now: भारत ने न सिर्फ सैन्य मोर्चे पर पाकिस्तान को जवाब दिया, बल्कि कूटनीतिक और रणनीतिक स्तर पर भी उस पर दबाव बनाया। टॉम कूपर ने लिखा कि भारत ने इंडस वॉटर ट्रीटी के तहत पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोक दिया, जो उसके लिए ‘रेड लाइन’ थी। भारत की यह कार्रवाई दर्शाती है कि अब वह पाकिस्तान की धमकियों को गंभीरता से लेना बंद कर चुका है। इसके साथ ही भारत ने रावलपिंडी और कराची में लगे पाकिस्तान के HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर दिया, जिससे पाकिस्तान पूरी तरह बैकफुट पर आ गया।
निष्कर्ष
Ceasefire Now: ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की नई रणनीतिक सोच और ताकत का प्रतीक है। टॉम कूपर जैसे अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञ की टिप्पणी इस बात को और भी मजबूती से सामने लाती है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देता, बल्कि निर्णायक कदम उठाने में भी सक्षम है।