Manipur Violence: मणिपुर में म्यांमार से 900 कुकी उग्रवादी हथियारों के साथ घुस गए है। इसकी जानकारी मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने दी है। उन्होंने कहा कि इस बात को हल्के में नहीं लिया जा सकता। खुफिया रिपोर्ट दक्षिणी मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा से लगे जिलों के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को भेजी गई है। जिसमें ये दावा किया गया है कि 900 कुकी उग्रवादियों ने हाल ही में ड्रोन-आधारित बम, प्रोजेक्टल, मिसाइल और जंगल युद्ध का प्रशिक्षण लिया है और म्यांमार से मणिपुर में प्रवेश किया है।
Manipur Violence: 30-30 सदस्यों के समूहों में बांटा
खुफिया सूत्रों ने बताया कि कुकी उग्रवादियों को 30-30 सदस्यों के एक समूह के रुप में बांटा गया है। जो फिलहाल अलग हिस्सों में बिखरे हुए है। उनका कहना है कि महीने के आखिरी सप्ताह में मेइतेई गांवों पर हमला बोल सकते है। वहीं कुलदीप सिंह का कहना है कि उन्हें लगता है कि रिपोर्ट 100 सही है। वहीं उन्होंने कहा कि जब तक रिपोर्ट गलत साबित नहीं हो जाती, तब तक हमें इससे निपटने के लिए तैयार रहना पड़ेगा।
Manipur Violence: चिन राज्य पर किया कब्जा
कुलदीप सिंह ने कहा कि म्यांमार के चिन राज्य और अन्य राज्यों में जातीय सशस्त्र समूह जुंटा से लड़ रहे हैं। दो देश के बड़े हिस्सों पर कब्जा कर के बैठ गए है, जिस पर कभी जुंटा का नियंत्रण रहता था। ऐसे में कुछ लड़ाइयां भारत के बार्डर के पास हुई थी। जिसमें कुछ सैनिक विद्रोहियों की ओर से चिन राज्य पर कब्जा करने के बाद इंडिया भाग आए थे। वहीं मणिपुर सरकार का कहना है कि राज्य में जातीय हिंसा दक्षिणी मणिपुर में अवैध अप्रवासियों की अचानक हुई बढ़ोत्तरी के वजह से हो रहा है।
220 लोगों की हुई मौत
बता दें कि मैतई घाटी के पास कुकी समुदाय के कई गांव मौजूद है। मैतई और कुकी के बीच पिछले 1 साल से जंग चली आ रही है। जिसमें दो युवतियों को निर्वस्त्र कर के घुमाया गया था। इस संघर्ष में 220 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 50 हजार से ज्यादा लोग पलायन कर चुके है।