भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: दुबई में खेले गए एशिया कप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर नौवीं बार एशिया कप का खिताब जीत लिया।
लेकिन इस ऐतिहासिक जीत के बाद जो नजारा सामने आया उसने खेल भावना को शर्मसार कर दिया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष और देश के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी के कारण अवॉर्ड सेरेमनी विवादों में घिर गई।
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भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: ट्रॉफी लेने से टीम इंडिया का इंकार
फाइनल मुकाबले के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने साफ कर दिया कि वे मोहसिन नकवी के हाथों से ट्रॉफी नहीं लेंगे।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: टीम इंडिया का तर्क था कि नकवी की राजनीतिक स्थिति और भारत-विरोधी बयानबाजी खेल के मंच पर स्वीकार्य नहीं है।
इस वजह से भारतीय खिलाड़ियों ने सम्मानजनक रूप से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: अवॉर्ड सेरेमनी में गतिरोध
सूत्रों के मुताबिक एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने तत्काल समाधान सुझाते हुए अमीरात क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष खालिद अल जारूनी को ट्रॉफी देने का प्रस्ताव रखा।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: लेकिन नकवी ने इस व्यवस्था को रोक दिया, जिसके कारण करीब 90 मिनट तक समारोह बाधित रहा।
अंततः ट्रॉफी को ही मंच से हटा लिया गया और केवल खिलाड़ियों को व्यक्तिगत मेडल देकर मामला निपटाया गया।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: पीएम मोदी का तंज और पाकिस्तान में खलबली
टीम इंडिया की शानदार जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बधाई संदेश देते हुए लिखा – “खेल के मैदान पर भी ऑपरेशन सिंदूर और परिणाम वही है, भारत की जीत।”
इस एक पोस्ट ने पाकिस्तान की राजनीति में हलचल मचा दी और नकवी ने इसे व्यक्तिगत हमला मानते हुए प्रतिक्रिया दी।
नकवी का पलटवार – लेकिन इतिहास गवाह है
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: नकवी ने पीएम मोदी की टिप्पणी पर कहा कि अगर युद्ध ही गर्व का पैमाना है तो इतिहास भारत की हारों का गवाह है।
लेकिन हकीकत यह है कि दुनिया जानती है भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हर बड़े युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है।
नकवी का यह बयान उनकी हताशा और बौखलाहट को ही दर्शाता है।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: ट्रॉफी चोरी पर सीनाजोरी
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट टकराव: यह पूरा प्रकरण इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान हार पचाने में असफल रहा।
भारतीय टीम ने मैदान पर जीत दर्ज की, लेकिन ट्रॉफी को लेकर पाकिस्तान ने जिस तरह की राजनीति की, वह खेल की मर्यादा के खिलाफ है।
मोहसिन नकवी की हरकतें ‘एक तो ट्रॉफी चोरी, ऊपर से सीनाजोरी’ जैसी स्थिति को जन्म देती हैं।