Lucknow massacre: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक परिवार के 5 लोगों की हत्या के खबर से हड़कंप मचा हुआ है। हत्यारे युवक ने कबूल कर लिया है कि पिता के साथ मिलकर उसने पूरे परिवार को समाप्त कर दिया। पुलिस पूछताछ में उसने वारदात की बात कबूल कर ली है। वहीं इस हत्याकांड में परत दर परत नई बातें सामने आ रही है। अरशद के पिता बदरुद्दीन की एक चिट्ठी सामने आई है, जो 15 दिन पहले की है। इसमें कई बातों को उल्लेख किया गया है।
चिट्ठी में लिखा, मोहल्ले के लोग करते हैं प्रताड़ित
आगरा के रहने वाले बदरुद्दीन ने 18 दिसंबर प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी के नाम पत्र लिखा है। जिसमें उसने लिखा है कि मैं मुस्लिम हूं और मुझे मेरे मोहल्ले के लोग प्रताड़ित करते हैं। इसमें उसने कुछ लोगों के नाम भी लिखे। कहा कि ये लोग बेहद झगड़ालू और बदमाश किस्म के हैं। बदरुद्दीन का कहना है कि 16 दिसंबर की शाम 5 बजे षड्यंत्र के तहत उसकी छोटी बेटी आलिया जो 9 साल की है, उसे ऑटो से टक्कर मारा गया। मैंने इसे लेकर पुलिस में भी शिकायत की।
‘मेरा परिवार अपनाना चाहता था हिंदू धर्म’
बदरुद्दीन ने आगे लिखा है कि 18 दिसंबर की सुबह कुछ मुस्लिम लोग उसके घर पर आ गए और ईंट-पत्थर बरसाने लगे। उन्होंने उनकी बेटियों के साथ बदतमीज़ी की। जब रोकने गए तो इनके साथ भी मारपीट की गई। पुलिस को 2 बार फ़ोन किया। पुलिस आई लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। मेरा परिवार हिंदू धर्म अपनाना चाहता है। अपने दुकान में मैंने श्रीराम का मंदिर बनाने का फैसला किया है। यह कदम मैं सोच समझकर उठा रहा हूं।
‘गिद्धों को नोचने के लिए उन्हें नहीं छोड़ सकता था’
अरशद का कहना है कि वो अपने यहां के मुसलमानों के झुंड से बहनों का जिस्म बचाना चाहता था। बहन की सहमति से ही उसकी हत्या की गई। मैं गिद्धों को नोचने के लिए उन्हें नहीं छोड़ सकता था। बदरुद्दीन ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि मेरे परिवार को कुछ हो जाता है तो फिर मेरी सारी संपत्ति हिंदू मंदिर ट्रस्ट की हो जाएगी। बदरुद्दीन का कहना है कि वो अपने परिवार के साथ हिन्दू बनना चाहता है इसलिए पड़ोसियों ने दुश्मनी कर ली है। बेटियों पर गंदी नजर रखते हैं।