भूख और गरीबी से जूझ रहे पाकिस्तान में जनता रोटी के लिए तरस रही है, जबकि उसके हुक्मरान परमाणु युद्ध के सपने देख रहे हैं।
भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान अमेरिका से मदद की गुहार कर रहा था, पर अब सेना प्रमुख असीम मुनीर डोनाल्ड ट्रंप के सामने बैठकर भारत को न्यूक्लियर हमले की गीदड़भभकी दे रहे हैं।
अमेरिकी धरती से पहली परमाणु धमकी
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी दौरे पर एक डिनर पार्टी में मुनीर ने कहा कि अगर भारत के साथ युद्ध में पाकिस्तान के अस्तित्व पर खतरा आया, तो वह आधी दुनिया को अपने साथ ले डूबेगा।
यह माना जा रहा है कि अमेरिकी धरती से किसी तीसरे देश को दी गई यह पहली परमाणु धमकी है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर मानी जा रही है।
सिंधु जल समझौते पर उगला जहर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित किया, जिस पर मुनीर ने चेतावनी दी कि अगर भारत बांध बनाएगा तो पाकिस्तान 10 मिसाइलें दाग देगा।
उसने कहा, सिंधु नदी भारत की पारिवारिक संपत्ति नहीं है और पाकिस्तान के पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है, अल्हम्दुलिल्लाह।
पाकिस्तान की खुद की बेइज्जती
कट्टर इस्लामिक सोच वाले मुनीर ने अपने बयान में पाकिस्तान की आर्थिक दुर्दशा का खुद मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि भारत एक चमचमाती मर्सिडीज है और पाकिस्तान बजरी से भरा डंप ट्रक।
अगर टकराव हुआ तो नुकसान कार का होगा। मगर हकीकत में पाकिस्तान का ‘ट्रक’ बिना पेट्रोल और ब्रेक के खाई में गिरा पड़ा है।
भारत का स्पष्ट रुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि पाकिस्तान की परमाणु धमकियों को अब नजरअंदाज किया जाएगा। भारत ने साफ संकेत दे दिया है कि वह ऐसे ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा।
मुनीर ने अपने दौरे में अमेरिकी सैन्य-पॉलिटिकल अधिकारियों और पाकिस्तानी प्रवासी समुदाय से मुलाकात की और अमेरिकी सेंट्रल कमांड के समारोहों में भी हिस्सा लिया।