All-party meeting: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बनी स्थिति को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सरकार को विपक्ष का भी साथ मिल गया। सबने एक स्वर में सरकार की आतंकवाद से निपटने की किसी भी तरह की कार्रवाई का समर्थन किया। साथ ही कहा कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें बिल्कुल बख्शा न जाए। जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान के भीतर घुसकर कार्रवाई करने जैसे सुझाव दिए गए। विपक्ष ने एकजुट होकर आतंकी कैंप नष्ट करने की मांग की। इस बीच सरकार ने भी घटना के बाद पीड़ितों की मदद और आतंकवादियों और उनके पनाहगारों के खिलाफ भी उठाए गए कदमों से भी विपक्षी दलों को अवगत कराया।
सरकार ने विपक्ष को दी पूरी जानकारी
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित लगभग सभी विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे। ठक में सबसे पहले पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मौन रहकर शोक व्यक्त किया गया। इसके बाद सरकार ने आतंकी हमले के पीछे के कारण और उसके बाद उठाए गए कदमों से समूचे विपक्ष को अवगत कराया।
चाहे भी छिपे हों, कड़ा सबक सिखाएगी सरकार
बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि वह घटना को अंजाम देने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शेगी। वे चाहे जहां छिपे जाएं, वे बच नहीं पाएंगे। साथ ही आतंकियों को शरण देने वाले या प्रोत्साहित करने वाले पाकिस्तान को भी अब कड़ा सबक सिखाया जाएगा। बैठक में शामिल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सरकार को आंतकवादियों के खिलाफ प्रत्येक कार्रवाई का समर्थन किया और कहा कि आंतकवाद जड़ से खत्म होना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनकी पार्टी पूरी ताकत से साथ खड़ी है।
इधर, कार्रवाई शुरू; आतंकी आदिल का घर बम
से उड़ाया, आसिफ का घर बुलडोजर से गिराया
सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले में शामिल स्थानीय आतंकी आदिल हुसैन थोकर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के गोरी इलाके में स्थित घर को बम से उड़ा दिया। आदिल थोकर उर्फ आदिल गुरी के रूप में पहचाने जाने वाले इस आतंकी पर पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में पाकिस्तानी आतंकवादियों की मदद करने का आरोप है। वहीं, इस हमले में शामिल दूसरे स्थानीय आतंकी आसिफ शेख के त्राल स्थित घर को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया।