Friday, September 19, 2025

अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी – आम आदमी से यूपी के सीएम तक का सफर

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: राजनीति और सिनेमा का रिश्ता नया नहीं है। कभी नेता खुद फिल्मों का हिस्सा बनते हैं तो कभी उनकी ज़िंदगी पर फिल्में बनती हैं। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है।

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डायरेक्टर रविंद्र गौतम लेकर आए हैं ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी’, जो शांतनु गुप्ता की चर्चित किताब ‘The Monk Who Became a Chief Minister’ से प्रेरित है।

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: यह फिल्म अजय सिंह बिष्ट नाम के उस साधारण लड़के की कहानी दिखाती है, जिसने आगे चलकर योगी आदित्यनाथ का रूप लिया और उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बना।

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: कहानी की झलक

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: फिल्म की शुरुआत 1984 के उत्तर प्रदेश से होती है। एक साधारण शादी का जश्न अचानक खून-खराबे में बदल जाता है और यहीं से अजय की ज़िंदगी की दिशा भी बदलने लगती है।

बचपन से पढ़ाई में तेज अजय और उसका भाई मिलकर बस का कारोबार शुरू करते हैं, लेकिन हालात उन्हें अलग रास्ते पर धकेल देते हैं।

अजय की पढ़ाई, कॉलेज की रैगिंग, दोस्ती, छात्र राजनीति और फिर गुरुजी (परेश रावल) से मुलाकात—ये सारे मोड़ उसे संन्यासी बनने की राह पर ले जाते हैं।

22 साल की उम्र में सन्यास और 26 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के सांसद का सफर परदे पर बारीकी से उभारा गया है।

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: निर्देशन और कहानी कहने का अंदाज़

रविंद्र गौतम का निर्देशन इस फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहीं भी कहानी को दिखावे या शोर-शराबे से भरने की कोशिश नहीं की। न गाड़ियां उड़ती हैं, न बड़े-बड़े सेट दिखते हैं।

फिल्म पूरी तरह कहानी और किरदारों पर टिकी है। यही वजह है कि यह एक सच्ची और ईमानदार बायोपिक लगती है, न कि किसी तरह का प्रोपेगंडा।

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: अभिनय की ताकत

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: योगी आदित्यनाथ जैसे बड़े राजनेता का किरदार निभाना किसी भी एक्टर के लिए आसान नहीं होता। लेकिन अनंत जोशी ने यह जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। उनका परफ़ॉर्मेंस हर सीन में असर छोड़ता है और वो कहीं भी किरदार के बोझ तले दबते नहीं दिखते।

परेश रावल गुरुजी के रोल में हमेशा की तरह बेहतरीन लगे हैं। दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ की मौजूदगी भी फिल्म में अलग रंग भरती है। सपोर्टिंग कास्ट ने भी मजबूती से कहानी को थामे रखा।

टेक्निकल पहलू

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: फिल्म की सिनेमैटोग्राफी सादगी के साथ असरदार है। बैकग्राउंड म्यूजिक खासतौर पर भारतीय वाद्य यंत्रों के इस्तेमाल के कारण प्रभावशाली बन पड़ा है। हालांकि गाने उम्मीद से कमतर हैं और उनका कोई खास असर नहीं छोड़ते।

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: देखें या न देखें?

अगर आपको राजनीतिक कहानियों, बायोपिक और वास्तविक संघर्षों पर बनी फिल्में पसंद हैं, तो ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी’ आपके लिए सही विकल्प है। फिल्म की सादगी, ईमानदारी और दमदार परफ़ॉर्मेंस इसकी सबसे बड़ी ताकत हैं।

हां, अगर आप मसाला एंटरटेनमेंट, ड्रामा या रोमांस की तलाश में हैं तो शायद ये फिल्म आपके टेस्ट से मेल न खाए।

द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी: कुल मिलाकर, यह फिल्म योगी आदित्यनाथ की ज़िंदगी के उन पहलुओं को सामने लाती है जिन्हें आम दर्शक बहुत कम जानते हैं—एक साधारण लड़के से लेकर यूपी के मुख्यमंत्री तक का अद्भुत सफर।.

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