Air strike on Pakistan: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार (31 मई, 2025) को ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति पर खुलकर बात की।
उन्होंने सिंगापुर में आयोजित शांग्री-ला डायलॉग सिक्योरिटी समिट के दौरान एक इंटरव्यू में कहा कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ नई ‘रेड लाइन’ खींच दी है और उम्मीद जताई कि सैन्य कार्रवाई से पड़ोसी मुल्क कुछ सबक जरूर सीखेगा।
सीडीएस अनिल चौहान ने आगे कहा कि ताली बजाने के लिए दो हाथों को जोड़ना पड़ता है, उम्मीद है कि वे इसे समझेंगे। ऑपरेशन सिंदूर 7 मई की सुबह शुरू किया गया था, जिसका मकसद 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकवादी ठिकानों को तबाह करना था। इसके बाद पाकिस्तानी हमलों का जवाब भी इसी ऑपरेशन के तहत दिया गया था।
पाकिस्तान में 300 किमी तक सटीक टारगेट
सीडीएस चौहान ने कहा कि हम 300 किलोमीटर अंदर तक सटीकता के साथ टारगेट करने में सक्षम थे और पाकिस्तान के एयरबेस और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया। यह हमारी मजबूत एयर डिफेंस क्षमता को दिखाता है।
जनरल चौहान ने कहा कि आतंकवादियों की वजह से दुनिया में अस्थिरता बढ़ रही है और वे संघर्षों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं। जनरल चौहान ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस स्पेशल ऑपरेशन से हमारे दुश्मनों को भी कुछ सबक मिलेगा और वे सीखेंगे कि यह भारत की सहनशीलता की सीमा है।
भारत अब नहीं सहेगा प्रॉक्सी वॉर
सीडीएस चौहान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हम लगभग दो दशक से ज्यादा समय से आतंकवाद के इस प्रॉक्सी वॉर को झेल रहे हैं और हमने बहुत से लोगों को खो दिया है। अब हम इसे खत्म करना चाहते हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत को लगता है कि ऑपरेशन के बाद रणनीतिक स्थिरता है, सीडीएस ने कहा कि रणनीतिक स्थिरता लाने के लिए दो हाथों को एक साथ ताली बजाना और एक साथ जुड़ना होता है, उम्मीद है कि वे इसे समझेंगे और फिर हम चीजों को देख सकते हैं।
हालांकि जनरल चौहान ने माना कि शुरुआती दिन भारत को हवाई नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि उन्होंने कोई सटीक संख्या नहीं बताई।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत को हुए नुकसान से जुड़े सवाल पर अनिल चौहान ने कहा कि अहम यह नहीं है कि नुकसान कितना हुआ, बल्कि यह है कि क्या गलतियां की गईं। उन्होंने कहा कि आंकड़े महत्वपूर्ण नहीं हैं, अहम यह है कि हमने उसके बाद क्या किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिया था सख्स संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने भी पिछले दिनों गुजरात के गांधीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के इस प्रॉक्सी वॉर पर कड़ा प्रहार किया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ जब भी युद्ध की नौबत आई तो तीनों बार भारत की सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को धूल चटाई है।
पाकिस्तान समझ गया कि वह लड़ाई में भारत से जीत नहीं सकता और इसीलिए उसने प्रॉक्सी वॉर शुरू किया। आतंकियों को सैन्य प्रशिक्षण देकर भारत भेजा जाता है और निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जाता है।
पाकिस्तान को जब भी मौका मिला वो मारते रहे और हम सहते रहे। उन्होंने ने कहा कि आतंकी गतिविधि अब प्रॉक्सी वॉर नहीं बल्कि सोची-समझी रणनीति के तहत युद्ध ही है और उसका जवाब वैसे ही दिया जाएगा।