बाराबंकी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं के संघर्ष का बड़ा नतीजा सामने आया है।
राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
यह कार्रवाई छात्रों से धोखाधड़ी और गैरकानूनी तरीके से पाठ्यक्रम संचालित करने के आरोपों पर हुई है।
राज्य उच्च शिक्षा विभाग के अपर सचिव ने नगर कोतवाली बाराबंकी में मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट में साफ लिखा गया है कि यूनिवर्सिटी बिना मान्यता के पाठ्यक्रम चला रही थी।
IG और कमिश्नर की संयुक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कठोर कदम उठाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया था। आदेश के बाद 24 घंटे के भीतर ही बड़ी कार्रवाई सामने आई।
मुकदमे में छात्रों पर बल प्रयोग और यूनिवर्सिटी प्रशासन की भूमिका का स्पष्ट उल्लेख किया गया है, जिसने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है।
राम स्वरूप यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आज ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया का पत्र प्रस्तुत किया था।
इसके बावजूद उसी दिन विश्वविद्यालय के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। यह घटनाक्रम प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े करता है।
पूरा मामला एक बड़े नौकरशाह के संरक्षण में चल रही कथित साजिश को उजागर करता है। इस योजना के जरिए छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया गया।
ABVP के लगातार आंदोलन और दबाव ने आखिरकार इस धोखाधड़ी को सामने ला दिया और कार्रवाई को मजबूर कर दिया।