Aadhar App: भारत सरकार ने आधार से जुड़ी धोखाधड़ी और डेटा दुरुपयोग को रोकने के लिए एक अत्याधुनिक “आधार ऐप” लॉन्च करने की तैयारी कर ली है, जो केवल डिजिटल कॉपी नहीं बल्कि पहचान सत्यापन का एक पूरी तरह नया सिस्टम होगा।
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क्यों पड़ी इसकी ज़रूरत?
Aadhar App: आधार से जुड़े फर्जीवाड़े अब खतरनाक स्तर तक पहुँच चुके हैं। हाल ही में एक कॉलेज छात्र को ₹40 करोड़ का टैक्स नोटिस मिला क्योंकि उसके आधार से किसी ने गलत तरीके से लेन-देन किया।
एक अन्य व्यक्ति के बैंक खाते से ₹12 लाख गायब हो गए, सिर्फ इसलिए कि उसका आधार डेटा लीक हो गया था। जब पहचान ही खतरे में पड़ने लगे, तो सरकार को कदम उठाना पड़ा।
क्या है नया आधार ऐप?
यह ऐप सिर्फ आधार कार्ड की डिजिटल कॉपी नहीं है, बल्कि इसे पहचान की दुनिया का “UPI” समझिए। इसमें QR कोड आधारित वेरिफिकेशन, फेस ID से लाइव ऑथेंटिकेशन और पूरी तरह से यूज़र-कंट्रोल्ड डेटा शेयरिंग की सुविधा मिलेगी। यानी अब आपको न किसी को आधार की फोटोकॉपी देनी होगी, न ही PDF भेजनी होगी।
कैसे करेगा काम?
जब कोई बैंक, वेंडर या संस्था आपसे आधार मांगेगी, तो आप उसे कहेंगे कि वह UIDAI की वेबसाइट से वेरिफिकेशन QR कोड जनरेट करे। फिर आप आधार ऐप खोलकर उस QR को स्कैन करेंगे।
इसके बाद ऐप आपसे पूछेगा कि आप कौन-सी जानकारी शेयर करना चाहते हैं — जैसे सिर्फ उम्र, पता या पहचान। आप जो अनुमति देंगे, वही डेटा सामने वाले को मिलेगा — न कि आपका पूरा आधार नंबर या अनावश्यक जानकारी।
Aadhar App: मुख्य फायदे क्या होंगे?
यह सिस्टम आपकी प्राइवेसी को और मज़बूती देगा क्योंकि अब आप तय करेंगे कि कौन-सी जानकारी दी जाए। सुरक्षा के लिहाज़ से भी यह मील का पत्थर साबित होगा।
क्योंकि आपका आधार नंबर कभी सामने आएगा ही नहीं और हर वेरिफिकेशन फेस ID के ज़रिए लाइव होगा — जिससे किसी और के लिए आपकी जगह पहचान देना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
सबसे बड़ी बात, अब आपको आधार कार्ड अपने साथ ले जाने की कोई ज़रूरत नहीं — सबकुछ आपके फोन में, पूरी तरह सुरक्षित और डिजिटल।
Aadhar App: सरकार इस ऐप को बीटा टेस्टिंग के बाद सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध कराने जा रही है, और यह पहचान सत्यापन की पूरी प्रक्रिया को नए सिरे से परिभाषित करने वाला कदम माना जा रहा है।