Russo-Ukrainian War: युक्रेन और रूस में लंबे समय से युद्ध जारी है। हर गुजरते हुए दिन के साथ ही ये और भी भीषण होता जा रहा है। दोनों तरफ से किए गए हमले में लगभग लाखों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल है। तमाम कोशिशों के बावजूद भी इस पर अब तक विराम नहीं लगाया जा सका है, लेकिन इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युक्रेन के साथ शांति वार्ता की चर्चा की है। इसके बाद युक्रेनवासियों ने राहत की सांस ली है। पुतिन ने कहा कि शांति वार्ता में चीन, भारत और ब्राजील मुख्य भूमिका निभा सकते हैं।
Russo-Ukrainian War पर शांति वार्ता
पुतिन बात करते हुए बताया कि जब युद्ध की शुरूआत हुई थी, तो पहले ही सप्ताह में ही रूस और युक्रेन में वार्ताकारों के बीच एक समझौता हुआ था, लेकिन ये कभी लागू ही नहीं हो सका। इसकी वजह ये थी कि ‘रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच इस्तांबुल में प्रारंभिक समझौता हुआ था। पुतिन ने कहा कि ये सिर्फ वार्ता के आधार पर काम कर सकता है।
युक्रेन ने अपनी सेना को किया कमजोर
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार व्लादिमीर पुतिन ने युक्रेन के साथ बातचीत करने के साथ ही निशाना साधते हुए कहा है कि ‘पश्चिमी रूस के कुर्स्क (Kursk) में यूक्रेनी सेना की घुसपैठ का उद्देश्य डोनबास (Donbas) में रूसी बढ़त को धीमी करने के लिए था, लेकिन वो सफल नहीं हो सके। पुतिन ने कहा कि इसकी वजह से युक्रेन कई मुद्दों पर कमजोर साबित हुआ और उसने अपनी सेना को कमजोर करने का काम किया है।
दोनों देशों को जानमाल का नुकसान
बता दें कि रूस और युक्रेन के बीच फरवरी 2022 से युद्ध जारी है। इस युद्ध की वजह से दोनों ही देशों को भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। दोनों देशों के बीच अभी भी जंग जारी है। हाल ही में रुस ने यूक्रेन के ऊपर दो मिसाइलें दागी है। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई है। इसको लेकर युक्रेन के राष्ट्रपति ने पुष्टि की है।