Rakesh Tikait’s Threat: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने विवादित बयान की वजह से चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश जैसी स्थिति जल्द ही भारत में होने वाली है। उन्होंने अफ़सोस जताते हुए कहा कि ट्रैक्टर लेकर लाला किला जाने की हम लोग गलती कर दिए। हमें 25 लाख लोगों के साथ पार्लियामेंट की तरफ कूच करना चाहिए था।
टिकैत ने कहा कि 25 लाख लोग उस दिन संसद की तरफ चले जाते तो सारा का सारा केस निपट जाता। किसान नेता का यहां तक कहना है कि उस समय चूक हो गई थी और इस बार तैयारी है और ये होगा जरूर, सरकार ढूंढे नहीं मिलेगी। टिकैत के बयान पर भारतीय जनता पार्टी भड़क गई है। राकेश टिकैत के बयान को बीजेपी के नेता शहजाद पूनावाला ने शर्मनाक बताया है।
बोले- मोदी सरकार को निपटा देंगे
टिकैट ने कहा कि मोदी सरकार को हम लोग बहुत जल्दी ही बांग्लादेश की तरह निपटा देंगे। जिस दिन हम ट्रैक्टर लेकर लाल किला गए उसी दिन निपटा देते। सिर्फ ट्रैक्टर को पार्लियामेंट की तरफ घुमा देते। उस दिन हमारे साथ 25 लाख लोग थे। उन्होंने ने भी कहा कि वो अभी तैयारी कर रहे हैं। जल्द ही मोदी को भी शेख हसीना की तरह खदेड़ देंगे।
ढूंढे नहीं मिलने वाले मोदी
उन्होंने आगे कहा है कि बांग्लादेश देश जैसी स्थिति भारत में भी होने वाली है। जैसे बांग्लादेश में शेख हसीना के 15 साल के कार्यकाल के दौरान सारे विपक्षी नेता जेल में बंद थे, वैसे ही भारत में भी है। यहां भी विपक्षी नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। जनता में इसे लेकर काफी गुस्सा है। जल्द ही हसीना जैसा हाल इनका (पीएम मोदी) भी होने वाला है। ये ढूंढे नहीं मिलेंगे।
‘बांग्लादेश के टेंपलेट को यहां दोहराने की खुली धमकी!’
राकेश टिकैत के बयान को बीजेपी के नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ‘बांग्लादेश के टेंपलेट को यहां दोहराने की खुली धमकी! शर्मनाक! क्या ये संविधान बचाओ है?’ टिकैत ने अपने बयान में कहा था, ‘बांग्लादेश में 15 साल से जो सत्ता पर काबिज थी और विपक्ष के नेता जेल में बंद थे, तो यही हश्र होता है। यही हाल यहां (भारत में) होगा। ये (बीजेपी) लोग ढूंढे नहीं मिलेंगे। जनता बहुत गुस्से में है।’ राकेश टिकैत ने आगे कहा, ‘जब आंदोलन के समय किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली गए थे तो बहका दिया गया था कि लालकिले पर चले जाओ, अगर ये लोग उस दिन संसद चले जाते तो सारा का सारा काम उसी दिन हो जाता।’ टिकैत उसे एक चूक बता रहे हैं और आगे भी आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।