Jammu Kashmir Election: चुनाव आयोग 16 अगस्त शुक्रवार को देश में होने वाले विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों का ऐलान करेगी। दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया जाएगा कि किन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की इसी कॉन्फ्रेंस में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो जाएगा। ऐसा इसलिए क्योकि हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल तीन नवंबर को खत्म हो जायेगा।
वहीं जम्मू कश्मीर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया था की यहाँ 30 सितंबर तक चुनाव करवाए जाएं क्योकि आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही यहां पर चुनाव नहीं हुए हैं। चुनाव आयोग भी यही चाहता है जिस कारण उसके द्वारा हालही में चुनाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर का दौरा भी किया है गया है। आइये अब आपको बताते है की चुनाव के बाद वह क्या क्या बदलाव आ सकते है।
जम्मू-कश्मीर में क्या बदला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार चुनाव 2014 में हुए थे। उसके बाद यह कोई चुनाव ही नहीं हुए। ऐसे में 10 साल के बाद होने वाले चुनाव सभी के लिए बहुत खास है। अब अगर बात बदलाव कि करे तो सबसे बड़ा बदलाव तो यह हुआ है कि अब वह राज्य से एक केंद्रशासित प्रदेश बन चुका है। लदाख भी अब उसका हिस्सा नहीं रहा।
सबसे बड़ी बात यह है कि पहले यहाँ सरकार का कार्यकाल 6 साल का होता था, लेकिन अब ये सिर्फ 5 साल का ही होगा। यहाँ विधानसभा सीटों की संख्या भी बढ़कर 90 हो गई है।
2014 चुनाव में किस को कितनी सीटे
जम्मू-कश्मीर में 2014 विधानसभा चुनाव के दौरान 87 सीटों पर वोटिंग हुई थी। जिसमे से 28 सीटों पीडीपी को मिली थी, और 25 सीटे बीजेपी जीतें थी। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें और कांग्रेस ने 12 सीटों पर जीत हासिल कि थी।
आ गयी चुनाव की तारीख
चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है।
जम्मू कश्मीर में चुनाव तीन चरणों में होंगे तो वहीं हरयाणा में सिर्फ एक चरण में।
पहला चरण 18 सितम्बर को,दूसरा 25 सितम्बर, तीसरा 01 अक्टूबर को। हरयाणा में भी 01 अक्टूबर को होंगे चुनाव। दोनों राज्यों में ही 90 सीटों पर होंगे चुनाव। जहां एक तरफ हरयाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता वहीँ जम्मू-कश्मीर में इस समय 87.09 लाख मतदाता हैं। इन चुनावो का परिणाम 04 अक्टूबर को आएगा।
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