Wayanad: केरल के वायनाड में भूस्खलन से अब तक लगभग 400 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग लापता हो गए है। Wayanad में हुए इस भीषड़ तबाही को लेकर बचाव अभियान लगातार जारी है, लेकिन इसी के साथ ही साथ जारी है इस पर राजनीति।
Wayanad को लेकर 2020 में जारी किया गया था अलर्ट
लैंडस्लाइड की घटना से 7 दिन पहले जारी हुआ था अलर्ट
वहीं गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि लैंड स्लाइड की घटना से सात दिन पहले ही यहाँ भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी, बावजूद इसके भी उस एरिया को खाली नहीं कराया गया। और नतीज़तन जहाँ 4 हजार घर थे अब मात्र 40 घर बचे और लगभग 400 लोगों ने अपनी जान गँवा दी। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि दोष किसका, सरकार का या वहां रहने वाले लोगों का या फिर उन राजनेताओं का जो इस हादसे पर सेल्फी और रील बना रहे है।
बता दें कि केरल के वायनाड में 30 जुलाई को भारी बारिश के बाद अचानक से भूस्खलन हुआ जिसमें 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है और सैकड़ों लोग दबे हुए है। वायुसेना के कई हेलिकॉप्टर्स को रेस्क्यू के लिए भेजा गया है और एनडीआरएफ की 40 टीमों को राहत बचाव कार्य में लगाया गया है।