Rahul Gandhi Lok Sabha Speech: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण से सियासी बवाल मचा हुआ है। सदन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वो हिंसा करते हैं। करोड़ों लोग अपने आपके गर्व से हिंदू कहते हैं। क्या वो सभी लोग हिंसा की बात करते हैं। निशिकांत दुबे और स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को हिंदू वाले बयान पर टोका, लेकिन राहुल बोलते ही गए।
कुछ दिनों पहले तक जब चुनाव चल रहे थे, कांग्रेस पर बीजेपी आरोप लगाती रही कि कांग्रेस वाले मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लाए हैं। अब लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी वाले असली हिंदू ही नहीं हैं। राहुल ने सोमवार को 90 मिनट का जो भाषण दिया, उसमें हिंदू को लेकर ऐसा विवाद हुआ जहां प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत 5 मंत्रियों ने आपत्ति जताई।
अमित शाह बोले- राहुल माफी मांगे
बीजेपी के सांसदों ने कहा कि ये विषय बहुत गंभीर है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है। राहुल गांधी ने जवाब दिया, नहीं, नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। आऱएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है। ये ठेका नहीं है बीजेपी का। अब गृहमंत्री सदन में खड़े हए, उन्होंने कहा कि राहुल माफी मांगें। शाह ने कहा कि, शोर-शराबा करके इतना बड़े वाकये को छिपाया नहीं जा सकता है। उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए।
‘यह चिदंबरम, शिंदे की भाषा, जो कह चुके आतंकी’
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान ‘हिंदू’ बयान को लेकर बीजेपी ने राहुल गांधी की घेराबंदी शुरू कर दी है। बीजेपी ने राहुल गांधी पर नेता विपक्ष की पद की गरिमा गिराने का आरोप लगाया और कहा कि पहली बार वह कोई जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, लेकिन उन्होंने बहुत गैर जिम्मेदार बयान दिए हैं।
केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और किरेन रिजिजू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल ने पूरे हिंदू समाज का अपमान किया है। वैष्णव ने कहा कि 2010 में तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम ने हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। 2013 में तत्कालीन गृह मंत्री सुशील शिंदे ने फिर से हिंदुओं को आतंकवादी कहा। 2021 में राहुल गांधी ने खुद कहा था कि हिंदुत्ववादियों को देश से बाहर निकाल देना चाहिए। आज राहुल गांधी ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक और असत्यवादी कहा।
यही है कांग्रेस की फितरत : सुधांशु त्रिवेदी
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2013 में तत्कालीन गृह मंत्री और लोकसभा में नेता सदन सुशील कुमार शिंदे ने जयपुर में कहा था कि बीजेपी और आरएसएस लोगों को हिंसक बनने की ट्रेनिंग देते हैं। बाद में उन्हें फरवरी 2013 में खेद प्रकट करना पड़ा था। साथ ही त्रिवेदी ने कहा कि 2014 में राहुल गांधी ने ईश्वर के नाम पर शपथ ली थी, लेकिन इस बार अंग्रेजी में शपथ ली और वो भी ईश्वर के नाम पर नहीं. उन्होंने सवाल किया कि इन 10 सालों में क्या बदल गया। त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी ने हिंदुओं का अपमान किया है और कांग्रेस की यही फितरत है।
कोई मानसिक बीमार व्यक्ति ही कहेगा ऐसे: चौधरी
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर संसद में दिए राहुल गांधी के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। सम्राट ने कहा कि सभी हिंदुओं को हिंसक और नफरती बता कर उन्होंने (राहुल ने) संपूर्ण हिंदू समाज का अपमान किया है। उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
चौधरी ने कहा कि सनातन और हिंदुओं को गाली देना, हिंदुओं को हिंसक, आतंकवादी बताना राहुल की पुरानी फितरत रही है। दरअसल राहुल गांधी मानसिक रूप से बीमार हैं। ऐसे मानसिक रोगियों का कोई उपचार नहीं है। वे पूरी तरह से बीमार हो गए हैं। जैसी बातें उन्होंने संसद में कही है, वह कोई मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति ही कहेगा।
राहुल का संबोधन संविधान विरुद्ध: मंगल पांडेय
स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘हिंदू समाज हिंसक होते हैं’ वाले बयान की निंदा की है। पांडेय ने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर संसद में उनका संबोधन न सिर्फ गैर जिम्मेदाराना और संविधान के विरुद्ध है, बल्कि पूरे देश के हिंदुओं का अपमान है। इसके लिए उन्हें देश और हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए। इस तरह की बात करना विपक्ष के नेता को शोभा नहीं देता है।
उन्होंने आगे कहा कि एक ओर राहुल गांधी भगवान शिव की फोटो दिखाकर खुद को हिंदू बताकर उनके रास्ते पर चलने की बात करते हैं, वहीं भाजपा और आरएसएस के लोग हिंदू नहीं हैं, जैसी बताकर देश के सवा सौ करोड़ जनता को अपमानित करने का काम उन्होंने किया है। देश की जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।