Museum of temples will be built in Ayodhya: उत्तर प्रदेश के राम नगरी अयोध्या में मंदिरों का एक बड़ा संग्रहालय बनने जा रहा है। यह संग्रहालय टाटा समूह की ओर से बनाया जाएगा, जिस पर करीब 650 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस महत्वपूर्ण निर्णय के संबंध में जानकारी यूपी सरकार के एक्स हैंडल पर भी दी गई है। पोस्ट में बताया गया है कि विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय के निर्माण एवं संचालन हेतु भूमि के उपयोग का लाइसेंस दिए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
मांझा जामतारा गाँव में बनाया जाएगा म्यूजियम
इस म्यूजियम के निर्माण को लेकर टाटा संस ने कहा है कि वह अपने कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉसिबिलिटी (CSR) फंड से 650 करोड़ रुपए खर्च कर टेंपल म्यूजियम बनाएँगे। यह म्यूजियम अयोध्या की सदर तहसील के मांझा जामतारा गाँव में बनाया जाएगा। इसके साथ गाँव के आसपास और भी इन्फ्रा तैयार होगा। इसके लिए लगभग 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यानी कुल मिलाकर 750 करोड़ का निवेश किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत वरिष्ठ अधिकारियों को विस्तार से परियोजना के बारे में बताया गया और अब खबर है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है।
मिलेगी देश के प्रसिद्ध मंदिरों के इतिहास की जानकारियां
संग्रहालय के फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि टाटा समूह को म्यूजियम ऑफ टेंपल्स के लिए 1 रुपए के टोकन अमाउंट पर 90 सालों के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी। यह संग्रहालय अत्याधुनिक होगा और उसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा। म्यूजियम में भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के स्थापत्य व इतिहास की जानकारियाँ प्रदर्शित की जाएगी। प्रस्तावित संग्रहालय में लाइट एंड साउंड शो की भी व्यवस्था की जाएगी। मालूम हो कि टाटा समूह द्वारा इस म्यूजियम को बनाए जाने का प्रस्ताव सबसे पहले पिछले साल सामने आया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह प्रस्ताव बहुत पसंद आया था।