Microsoft: एक बार फिर से माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारियों को निकालने जा रही है। जो इस साल का दूसरा बड़ा जॉब कट है और इससे माइक्रोसॉफ्ट की कुल वर्कफोर्स का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा प्रभावित होगा।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के प्रवक्ता ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह निर्णय कारोबारी रणनीति और संसाधनों के पुनर्संयोजन का हिस्सा है।
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Microsoft: 18 महीनों में चौथी बार छंटनी
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि छंटनी का सबसे अधिक असर एक्सबॉक्स डिवीजन और ग्लोबल सेल्स टीम्स पर पड़ेगा। एक्सबॉक्स डिवीजन में यह पिछले 18 महीनों में चौथी बार छंटनी हो रही है।
लगातार हो रही इस तरह की कटौती से इस डिवीजन के कर्मचारियों में गहरी चिंता और असुरक्षा की भावना देखी जा रही है। कई कर्मचारियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी भी जाहिर की है।
2024 में 1900 कर्मचारियों को निकाला
गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी 2024 में भी माइक्रोसॉफ्ट ने 1,900 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। उस छंटनी का मुख्य प्रभाव एक्टिविजन ब्लिज़ार्ड, ज़ेनीमैक्स और एक्सबॉक्स यूनिट पर पड़ा था।
उस समय भी कंपनी ने यही तर्क दिया था कि वे अपने संसाधनों का अधिक कुशल प्रबंधन करना चाहते हैं और भविष्य की योजनाओं के अनुसार टीम स्ट्रक्चर को फिर से डिज़ाइन कर रहे हैं।
AI की वजह से हो रही छंटनी
माइक्रोसॉफ्ट जैसी स्थिर और प्रतिष्ठित कंपनी में बार-बार हो रही छंटनी ने टेक इंडस्ट्री में व्यापक चर्चा को जन्म दे दिया है। जहां एक ओर टेक कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन की ओर तेजी से बढ़ रही हैं,
वहीं दूसरी ओर इससे मानव संसाधनों की जरूरतों में बदलाव आ रहा है। यही कारण है कि कई टेक कंपनियां अपने मौजूदा कर्मचारियों को हटाकर नई स्किल्स वाले प्रोफेशनल्स की तलाश कर रही हैं।
नए स्ट्रक्चर से करना होगा तैयार
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यह ट्रेंड और कंपनियों में भी देखने को मिल सकता है,
क्योंकि तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी के साथ कंपनियों को अपने खर्च और स्ट्रक्चर को नए सिरे से तैयार करना पड़ रहा है। हालांकि, इससे कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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