Israel Gaza War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इज़रायल ग़ाज़ा में 60 दिनों के युद्धविराम की आवश्यक शर्तों पर सहमत हो गया है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर लिखा कि इस युद्धविराम के दौरान अमेरिका सभी पक्षों के साथ मिलकर स्थायी शांति की दिशा में काम करेगा।
उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को कतर और मिस्र के माध्यम से हमास तक पहुंचाया जाएगा।
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Israel Gaza War: इजरायली सेना गाजा से हटे पीछे
ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि हमास इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता, तो हालात और बिगड़ सकते हैं और इसका असर आम नागरिकों पर गंभीर रूप से पड़ेगा। इस प्रस्ताव के जवाब में हमास के वरिष्ठ अधिकारी ताहेर अल-नूनू ने बयान दिया कि उनका संगठन युद्धविराम के लिए तैयार है,
लेकिन यह जरूरी है कि इस प्रस्ताव से ग़ाज़ा में चल रहे युद्ध का स्थायी और पूर्ण अंत हो। साथ ही हमास ने यह शर्त भी रखी है कि संघर्षविराम के दौरान कम से कम आंशिक रूप से इज़रायली सेना ग़ाज़ा से पीछे हटे ताकि नागरिक राहत महसूस कर सकें।
बंधको की हो रिहाई
इधर इज़राइल में भी हालात जटिल बने हुए हैं। वहां के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि सरकार में बंधकों की रिहाई को लेकर तैयार फ्रेमवर्क पर व्यापक सहमति बन चुकी है और इसे एक मौके के रूप में देखना चाहिए।
देश के अंदर बंधकों की रिहाई और युद्ध समाप्ति की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अब भी इस बात पर अड़े हैं कि जब तक हमास पर ‘पूर्ण विजय’ नहीं मिलती, तब तक युद्धविराम संभव नहीं।
56 हजार से अधिक लोगों की मौत
ग़ाज़ा में हालात बेहद गंभीर हैं। अब तक 56,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हाल ही में इज़राइली हवाई हमलों में ग़ाज़ा सिटी के एक समुद्रतटीय कैफे पर हमला हुआ, जिसमें 20 फिलीस्तीनी मारे गए।
वहीं, मानवीय सहायता केंद्रों के पास 408 नागरिकों की मौत की खबर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर चिंता बढ़ा दी है।
मार्च में हुई पिछली संघर्षविराम की कोशिश असफल रही थी। अब सभी की निगाहें इस नई योजना और नेतन्याहू के रुख पर हैं, जो इस लंबे और विनाशकारी युद्ध को खत्म करने में निर्णायक साबित हो सकती है।