Weight loss: शरीर का वजन हमारी सेहत का आइना होता है। अगर बिना किसी कारण के वजन लगातार गिर रहा हो तो यह सामान्य नहीं है।
कई बार यह गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। आइए जानें कब यह सामान्य है और कब सतर्क हो जाना चाहिए।
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Weight loss: कब सतर्क हो जाना चाहिए?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार यदि किसी व्यक्ति का वजन 6 से 12 महीनों के भीतर 5% या उससे अधिक कम हो जाए, और वह भी बिना किसी डाइटिंग या एक्सरसाइज के, तो यह एक ‘रेड फ्लैग’ हो सकता है।
कई मेडिकल स्टडीज में यह बात सामने आई है कि कैंसर के शुरुआती लक्षणों में अचानक वजन घटना एक आम संकेत होता है। ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर से जांच कराना जरूरी होता है।
कैंसर में क्यों घटता है वजन?
कैंसर शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है, जिससे शरीर की ऊर्जा खपत असामान्य रूप से बढ़ जाती है। इस स्थिति को ‘कैंसर कैचेक्सिया’ कहा जाता है।
इसमें शरीर फैट और मसल्स को तेजी से तोड़ने लगता है जिससे वजन तेजी से घटता है। यह खासतौर पर पेट, फेफड़े, अन्नप्रणाली और पैंक्रियाज के कैंसर में अधिक देखा गया है।
भूख में कमी भी है एक संकेत
अगर अचानक भूख कम लगने लगे या खाना खाने का मन न करे तो यह भी कैंसर का लक्षण हो सकता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, पैंक्रियाज और आंतों से जुड़े कैंसर शरीर में फूड प्रोसेसिंग के तरीके को प्रभावित करते हैं।
इसके कारण भूख में कमी आती है और व्यक्ति का वजन गिरने लगता है। कुछ मामलों में हार्मोनल कैंसर जैसे ल्यूकेमिया और लिम्फोमा के कारण शरीर में सूजन और मेटाबॉलिज्म में बदलाव देखने को मिलता है।
उम्रदराज़ लोगों में ज्यादा खतरा
60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अचानक वजन घटने को लेकर विशेष सतर्कता जरूरी है। रिसर्च बताती है कि इस उम्र वर्ग में बिना कारण वजन कम होना भविष्य में कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
थकान, बेचैनी और भूख की कमी जैसे अन्य लक्षण इसके साथ दिखें तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए।