Delhi Water Crisis: दिल्ली में पानी की किल्लत से कोहराम मचा हुआ है। लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए मोहताज हो गए हैं। पानी के लिए दिल्ली में कई जगहों पर मटके लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। दिल्ली में पानी का ऐसा अकाल पड़ेगा, किसी ने सोचा भी नहीं था। पानी की कमी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है।
इधर, पानी की किल्लत से परेशान दिल्लीवासियों का सरकार पर गुस्सा चरम पर है। पश्चिमी पटेल नगर के बाबा फ़रीद पुरी में रहने वाले लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोगों को फ्री में शराब देंगे, एक पर एक फ्री, लेकिन लोगों को पानी नहीं देंगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह से पानी के इंतजार में रहते हैं, बावजूद पानी नहीं आता है।
‘केजरीवाल चुनाव के वक्त करते हैं बड़े-बड़े वादे’
बाबा फ़रीद पुरी निवासी एक महिला ने कहा कि जब चुनाव आते हैं तो वोट मांगने के लिए केजरीवाल आते हैं और बड़े-बड़े दावे करते हैं कि कॉलोनी में बोरिंग करवाई जाएगी। घर-घर पानी पहुंचाया जाएगा। लेकिन, हर गर्मी में हकीकत सामने होती है कि हम लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ता है। यहां जानकारी के लिए बताते चले कि दिल्ली में अधिकांश हिस्सों में पानी का घोर संकट है। इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी से अपील की है कि दिल्लीवालों को एक महीने के लिए यूपी-हरियाणा से थोड़ा पानी दिलवा दें।
600 करोड़ के मुनाफे से 73 हजार करोड़ का घाटा कैसे: BJP
भाजपा नेता बांसुरी स्वराज ने कहा है कि झुलसती हुई गर्मी में दिल्ली की जनता पानी के लिए त्राहीमाम कर रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार ने ये बनावटी संकट बनाया है। वो जल बोर्ड जो 2013 में 600 करोड़ के मुनाफे में था और आज 73 हजार करोड़ के घाटे में है। वहीं दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचवेदा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को झूठ बोलने की गंभीर बीमारी है। अगर अरविंद केजरीवाल इतने बीमार हैं तो वह प्रचार कैसे कर रहे थे। पानी को लेकर अरविंद केजरीवाल राजनीति कर रहे हैं। अगर दिल्ली की जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है तो उसके अरविंद केजरीवाल ज़िम्मेदार हैं।