India-Pakistan: 8 और 9 मई की रात भारत ने पाकिस्तान पर एक बेहद सटीक और घातक ब्रह्मोस मिसाइल हमला किया, जिससे रावलपिंडी स्थित नूरखान एयरबेस पूरी तरह तबाह हो गया। यह एयरबेस पाकिस्तान के सैन्य मुख्यालय, जनरल हेडक्वार्टर (GHQ), से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था।
India-Pakistan: पाकिस्तानी सैन्य में खलबली
भारत की इस कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान की रक्षा तैयारियों की सच्चाई सामने ला दी, बल्कि पाकिस्तानी सैन्य में खलबली मचा दी। इसके बाद पाक सेना को मजबूरी में अपने मुख्यालय को रावलपिंडी से इस्लामाबाद स्थानांतरित करने का निर्णय लेना पड़ा।
मरगला हिल्स में सैन्य हेडक्वार्टर
इस्लामाबाद में मरगला हिल्स की तलहटी में नए GHQ के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसे आधुनिक तकनीकों और विशेष सुरक्षा उपायों के साथ बनाया जा रहा है। यहां एक 10 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग बनाई जा रही है, जिसमें कंट्रोल रूम स्थापित होगा।
यह पूरी संरचना इस तरह से डिज़ाइन की जा रही है कि मिसाइल या हवाई हमलों से इसकी रक्षा की जा सके। इस नई सुरंगनुमा संरचना को पाक सेना की रणनीतिक रीढ़ माना जा रहा है।
कमर्शियल हाई-राइज़ बिल्डिंग्स
यह दुनिया का पहला ऐसा सैन्य मुख्यालय होगा जहां सैन्य ढांचे के साथ-साथ कमर्शियल हाई-राइज़ बिल्डिंग्स भी होंगी। नए GHQ की स्थिति बेहद रणनीतिक रूप से चुनी गई है।
यह इस्लामाबाद के एयरफोर्स बेस से केवल 3 किलोमीटर और नेवी हेडक्वार्टर से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर होगा, जिससे तीनों सेनाओं में तेज समन्वय सुनिश्चित किया जा सके।
आतंकियों को घर में घुसकर मारेगा
भारत की इस मिसाइल स्ट्राइक ने पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दे दिया है कि अब कोई भी आतंकी संगठन, चाहे वह पहाड़ों में छिपा हो या किसी बंकर में, भारत घर में घुसकर मारेगा।
यह कार्रवाई न केवल भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन थी, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी कि अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देगा, तो भारत चुप नहीं बैठेगा।
पाकिस्तान अब अपने सभी सामरिक ठिकानों की सुरक्षा नीति पर पुनर्विचार करने को मजबूर है। भारत की सैन्य नीति अब सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रही, बल्कि दुश्मन के दिल तक पहुंचने की क्षमता हासिल कर चुकी है।
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