S Jaishankar on anti-India gang: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ANI को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत में मीडिया का एक गिरोह है, जो मोदी सरकार के आने से पहले यह तक की दलाली करता था कि कौन केंद्रीय मंत्री बनेगा। उसे सरकार के हर फैसले पहले से पता होते थे। मीडिया के इस गिरोह को ‘खान मार्केट गैंग’ भी कहा गया। आज इनमें से अधिकतर YouTube के प्रोपेगंडाबाज बन चुके हैं। अब केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि ये ‘खान मार्केट’ बहुत बड़ा है, इसका एक वैश्विक वर्जन भी है जिसे अब ‘इंटरनेशनल खान मार्केट’ कह सकते हैं।
#WATCH | On Western media reporting about India, EAM Dr S Jaishankar says, “… I want to tell you, there is an international Khan market gang as well. These are people who are sort of linked to the entitled people out here. They are socially comfortable with them… So I think… pic.twitter.com/PzhsXBaIdU
— ANI (@ANI) May 24, 2024
प्रेस और थिंक टैंक से लेकर प्रोफेसर तक शामिल
विदेश मंत्री ने कहा कि ‘खान मार्केट गैंग’ में प्रेस और थिंक टैंक से लेकर प्रोफेसर तक शामिल हैं, जो भारतीय राजनीति की दिशा को अपने हिसाब से बदलना चाहते हैं। विभिन्न रैंकिंग में भारत को नीचे दिखाने की कोशिश को उन्होंने भारत को हतोत्साहित करने की मंशा करार दी। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे विदेशी मीडिया ने खुल कर कहा कि फलाँ नेता और पार्टी भारत के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और बड़े बहुमत से सत्ता में आएगी, दक्षिण भारत में सीटें दोगुनी होंगी।
भारत के संपन्न लोगों से जुड़े हुए हैं ये लोग
केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आज देश में एक खास सोच प्रक्रिया है, या यूं कहें कि एक खास अधिकार प्रक्रिया है, जिसका बहुत अच्छा वर्णन हम ‘खान मार्केट गिरोह’ के रूप में करते हैं। उन्होंने कहा कि वो बताना चाहते हैं कि एक ‘अंतरराष्ट्रीय खान मार्केट’ भी है। उन्होंने कहा कि ये लोग यहाँ के ‘खुद को अधिकार संपन्न मानने वाले’ लोगों से जुड़े हुए हैं, उनके साथ सहज महसूस करते हैं, उन्हें जानते हैं, खुद को उनकी तरह ही मानते हैं। भारत विरोधी इकोसिस्टम पर वार करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि घेरलू खान मार्केट में बिक्री की कमी हो गई है, इसीलिए ‘अंतरराष्ट्रीय खान मार्केट’ को लगता है कि उसे आगे आकर इनलोगों की मदद की जरूरत है।