Pahalgam: पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को लेकर जांच में चौंकाने वाली जानकारियाँ सामने आई हैं। इस हमले में पाकिस्तानी हथियारों का इस्तेमाल किया गया था और इसकी पूरी योजना पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी हैंडलर्स द्वारा बनाई गई थी। एफआईआर की कॉपी के अनुसार, आतंकियों के भारत में प्रवेश के रास्ते से लेकर हमले की टाइमिंग और हथियारों की व्यवस्था तक सब कुछ सीमापार से संचालित किया गया। इस हमले के बाद भारतीय न्याय संहित (बीएनएस) 2023 की कुल आठ धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
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Pahalgam: जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों के बयान दर्ज
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस आतंकी हमले की जांच कर रही है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किए हैं और कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए प्रमुख स्वयं बैसारन घाटी का दौरा करेंगे ताकि घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच को और सुदृढ़ किया जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक हमले की साजिश में शामिल आतंकियों को न केवल हथियार मुहैया कराए गए बल्कि उन्हें प्रशिक्षित भी किया गया था। यह भी साफ हुआ है कि हमले का मकसद भारत में अस्थिरता फैलाना और सीमा पर तनाव को बढ़ाना था।
भारत और पाक के बीच तनाव
हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से मौजूद तनाव और बढ़ गया है। इस बीच पाकिस्तान ने लगातार सातवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया, जिसमें उरी और अखनूर जैसे सीमावर्ती इलाकों में भारी गोलीबारी की गई। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया और पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया। यह स्थिति दर्शाती है कि पाकिस्तान की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हो रही है, बल्कि वह हालात को और खराब करने पर तुला हुआ है।
पाक नागरिकों का वीजा रद्द
भारत सरकार ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें देश छोड़ने के लिए समय दिया गया है। हालांकि गुरुवार को इस अवधि को फिर से बढ़ा दिया गया है, जिससे पाक नागरिक अब अगले आदेश तक भारत में रह सकते हैं। यह कदम भारत की कूटनीतिक सख्ती और आंतरिक सुरक्षा के प्रति सजगता का संकेत है।
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